राजस्थान में कांग्रेस पार्टी आए दिन सचिन पायलट गुट और अशोक गहलोत गुट में बंटी हुई नजर आती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को लेकर कई बार अशोभनीय बयानबाजी भी कर चुके हैं. सोमवार को जब सचिन पायलट से टोंक में गहलोत के बयानों के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “इससे पहले भी सीएम अशोक गहलोत ने मेरे बारे में ‘नकारा’, ‘निकम्मा’ जैसी कई बातें कही थीं. मैं उनके बयानों को अन्यथा नहीं लेता क्योंकि वह अनुभवी, वरिष्ठ और पिता तुल्य हैं… अभी मेरा ध्यान राज्य में हमारी सरकार को वापस लाने पर है.”
सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत में आगे कहा, “कुछ दिन पहले दिल्ली में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने मेरे धैर्य के स्तर की तारीफ की थी. अगर राहुल गांधी जैसा नेता मेरे धैर्य के स्तर की सराहना कर रहा है तो मुझे लगता है कि किसी को भी उनके बयान से बेवजह परेशान नहीं होना चाहिए और इसे सही भावना से लेना चाहिए.”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने की सचिन की तारीफ
राजस्थान कांग्रेस में कांग्रेस में जारी बवाल के बीच कांग्रेस के बड़े नेता और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) के एक ट्वीट ने प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की अटकलों को हवा दे दी है. आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट की चर्चा सिर्फ जयपुर में ही नहीं, दिल्ली में भी हो रही है.
आचार्य प्रमोद ने एक कांग्रेस कार्यकर्ता के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘विषपान करने वाले नीलकंठ का अभिषेक श्रावण मास में किया जाता है. हर हर महादेव.’ उन्होंने सचिन पायलट (Sachin Pilot) की तुलना विषपान करने वाले भगवान नीलकंठ से की है.इशारों ही इशारों में उन्होंने श्रावण मास में उन्होंने राजस्थान में सत्ता परिवर्तन की बात कह दी है.