बिलासपुर।राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषक और काग्रेस नेता डॉ. वरुण पुरोहित छत्तीसगढ़ में अच्छी खासी चर्चा में आये है।जिसकी वजह छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्राथमिक स्कूल के सहायक शिक्षक है।ट्विटर पर उनके एक कमेंट की लिंक और उसके स्क्रीन शाट कई जगहों पर शेयर हुए है।उनके ट्वीट पर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा, उपाध्यक्ष शिव मिश्रा व मीडिया प्रभारी राजू टंडन सहित छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता के बचाव के कमेंट ने वेतन विंसगति की मांग को राजस्थान और राष्ट्रीय स्तर पर फिर से चर्चा ला दिया है।
डॉ. वरुण पुरोहित कांग्रेस की विचारधारा पर टीवी के कुछ प्रमुख न्यूज चैनलों पर बड़ी दमदारी से अपनी बात रखते है। उन्होंने ने अपने टिवीटर एकाउंट से शिक्षको को लेकर तीन ट्वीट किए जिसमे उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बधेल को ट्वीट करते हुए लिखा कि @bhupeshbaghel आदरणीय- सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति मांग को सहानुभूति पूर्वक निराकरण करने की कृपा करें -सादर
इसके बाद उन्होंने ने एक और ट्वीट किया कि जिसमे नसीहत देते हुए लिखा कि शिक्षकों की भाषा और शब्दों का चयन मर्यादित होना चाहिए कृपया इसका ध्यान रखें… फिर एक लिंक शेयर करते हुए वरुण पुरोहित ने
लिखा कि ….प्रवक्ता लिखना गलत…. ! इस खबर में उन्हें राजस्थान कांग्रेस का प्रवक्ता बातया गया है।
वरुण पुरोहित के ट्विटर वाल को देखने पर पता चलता है कि वे राजस्थान की पृष्ठभूमि से आते है काफी बेबाकी से अपनी बात रखते है। राजस्थान में काग्रेस के चिंतन शिविर पर भी कई तंज कसे है।
वे यह भी लिखते है कि चिंतन वही लोग कर रहे हैं जिनमें अधिकांश की वजह से पार्टी चिंता में पड़ी है रसातल में पहुंचा दिया….. ट्विटर वाल पर वे यह भी लिखते है कि कांग्रेस जढ़ता की स्थिति में है- कांग्रेस के पास इंदिरा गांधी जैसा चमत्कारिक Face प्रियंका गांधी क उनको राष्ट्रीय स्तर पर लाना ही नहीं चाहते …
कांग्रेस की सीट पर बेलतरा विधानसभा की दावेदारी का दावा ठोक रहे कांग्रेस नेता दिलीप पाटिल ने दो कमेंट कर डॉ.वरुण पुरोहित के ट्विटर वाल पर लिखा कि प्रदेश में इस बात की चर्चा जरूर होनी चाहिए कि दाऊ के राज में अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर एक सरकारी मुलाजिम को अपनी बात रखने के लिये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेसबुक, टि्वटर, वाट्सएप, ब्लॉग पर अपनी बात कहने की आजादी भरपूर मिली है।
इसके बाद दूसरा कमेंट किया कि
मेरे कुछ आदरणीय छत्तीसगढ़िया रास्ट्र निर्मातो ने निवेदन है कि आदरणीय कांग्रेस नेता ने जो कहा उसे आत्मसात जरूर करे। और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर भरोसा रखें। दिलीप पाटिल जिला अध्यक्ष झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ बिलासपुर
चलते चलते … राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषक और काग्रेस नेता डॉ. वरुण पुरोहित जो बात कहे है। इस पर विचार व चिंतिन होना चाहिए। मसला बड़ा है…! छत्तीसगढ़ की बात राजस्थान तक पहुँच गई है। सहायक शिक्षको की वेतन विसंगति एक बड़ा मुद्दा है। मुख्यमंत्री भूपेश बधेल इसे दूर करने का भरोसा जताते आये है। मामला पदोन्नति और कमेटी के मध्य अटक हुआ है। राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ पुरानी पेंशन लागू करने वाला दूसरा राज्य इन्ही मुख्यमंत्री के अटल इरादे से ही बना है।क्योकि किसी भी सरकार में वित्त विभाग देख रहा नौकरशाह भविष्य की देनदारियों को लेकर ऐसा कदम उठाने के बारे में सरकार को शायद सलाह भी नहीं देता ..!