रायपुर।पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सिविल लाइन पुलिस की नोटिस का तीन पेज में लिखित जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मैं एक राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी का उपाध्यक्ष हूं एवं 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा हूं, इस दौरान मैंने छत्तीसगढ़ पुलिस को बहुत ही सजगता एवं स्वच्छ छवि के साथ काम करते देखा है परंतु विगत 2 वर्षों से यह छवि धूमिल होती जा रही है। छत्तीसगढ़ पुलिस विगत वर्षों में अपने राजनीतिक आकाओं को प्रसन्न करने के लिए एक के बाद एक झूठी, राजनीतिक एवं व्यक्तिगत विद्वेष पूर्ण एफआईआर दर्ज कर रही है। जिस पर विभिन्न न्यायालयों द्वारा समय-समय पर हस्तक्षेप कर रोक लगाई गई है।
मैं एक जिम्मेदार नागरिक हूं एवं राजनीतिक जीवन निर्वहन करने के कारण भी मेरा यह दायित्व है कि राष्ट्रहित एवं जन सामान्य के हितों की रक्षा करूं। वर्तमान समय में जब देश कोविड-19 जैसी आपदा से जूझ रहा है तब कांग्रेस पार्टी ऐसी विपदा को भी अपने स्वार्थ एवं राजनीतिक हित के अवसर के रूप में प्रयोग करते हुए आम जनता को विभिन्न प्रकार से दिग्भ्रमित कर रही है। ऐसी राजनीतिक पार्टी जो 70 वर्षों तक राष्ट्र में सरकार चला रही थी का दायित्व है कि वह राजनीति से ऊपर उठकर जनसामान्य को आपदा से राहत दिलाने के लिए कार्य करें किन्तु इसके सर्वथा विपरीत कांग्रेस पार्टी लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए सुनियोजित षडय़ंत्र कर अपने कार्यकर्ताओं को केन्द्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं एवं कार्यक्रमों को बाधित एवं बदनाम करने के लिए निर्देशित कर रही है।
उपरोक्त कृत्य अत्यंत दुखी एवं व्यथित होकर मेरे द्वारा आम जनता को सही तथ्य बताने के उद्देश्य से मेरा ट्वीटर मैसेज 18 मई 2021 प्रसारित किया गया। संदेश का उद्देश्य सत्य को सामने लाना एवं जन सामान्य में उत्पन्न भ्रांति को दूर करना था। मेरे द्वारा किया गया ट्वीट राष्ट्र हित को ध्यान रखकर एवं जनता में जागरूकता कराने के उद्देश्य किया गया था जिस पर छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा एक बार फिर से सरकार के दबाव में आधारहीन एफआईआर लिखा गया है। पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर से प्रथम दृष्टिया कोई अपराधिक मामला प्रदर्शित नहीं होता है परंतु क्योंकि हम एक विधि को मानने वाले नागरिक हैं, अत: उपरोक्त संदर्भित नोटिस के माध्यम से आपके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर निम्नानुसार है।
उत्तर 1-मेरा ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट या हैंडल @drramansingh है।
उत्तर 2-मेरा ट्वीटर पेट एवं उसमें पोस्ट किए गए मैसेज एवं कमैंट्स सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है एवं उसको आपके द्वारा कहीं से भी पढ़ा एवं देखा जा सकता है।
मेरा ट्वीटर अकाउंट में व्यक्तिगत जानकारियां हैं, अत: आपके द्वारा मेरे ट्वीटर अकाउंट की चाही गई एक्सेस विधिक एवं संवैधानिक प्रावधानों के उल्लंघन में हैं एवं उससे मेरे निजता के मौलिक अधिकारों का हनन होगा।
उत्तर 3- मेरे ट्वीटर संदेश 18 मई 2021 मेें मेरे व्यक्तिगत विचारों के साथ संलग्र दस्तावेज ट्वीट करने के पूर्व से हैं, सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होकर प्रसारित हो रहे थे।
उत्तर 4- मेरे ट्वीटर संदेश से जुड़े जो भी संचार-संवाद हुए हैं वो सभी मेरे ट्वीटर पेज पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है।
मेरे द्वारा 18 मई 21 को किया गया संदर्भित ट्वीट मेरे विचारों की अभिव्यक्ति है। ऐसे समय में जब राष्ट्र कोविड-19 जैसे गंभीर महामारी से जूझ रहा है तब कांग्रेस पार्टी के माध्यम से सुनियोजित दुष्प्रचार अभियान चलाकर, जनता को दिग्भ्रमित कर अराजकता फैलाने का दुष्कृत्य कर रही है। आधारहीन एफआईआर के माध्यम से मेरे अभिव्यक्ति के अधिकार और मेरी आवाज को दबाने का जो प्रयास किया जा रहा है वह निहायत ही असंवैधानिक एवं निंदनीय है। पुलिस द्वारा जल्दबाजी में दबाववश शिकायतकर्ता का कथन दर्ज किए बिना एवं उसके शिकायत की सत्यता को परखे बिना ही प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है एवं जिस प्रकार के प्रश्न मुझसे पूछे गए, उससे प्रदर्शित होता है कि यह पूरी कार्यवाही कांग्रेस पार्टी के झूठे साख को बचाने के लिए पुलिस के शक्तियों का दुरूपयोग करके किया गया है। यह एफआईआर मुझे व्यक्तिगत रूप से प्रताडि़त कर डराने एवं मेरी आवाज को दबाकर राजनीतिक द्वेष से मेरी छवि को धूमिल करने के लिए की गई है।