अब प्रत्येक महीने होगी थानेदारों की कार्यशाला.. DGP ने कहा..पुलिस को छवि सुधार की जरूरत ..आचार व्यवहार में लाना होगा परिवर्तन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—पुलिस को छवि सुधारने की जरूरत है। ऐसा सिर्फ बेहतर आचार व्यवहार और पुलिसिंग से ही संभव है। यह बाते प्रदेश के पुलिस मुखिया डीजीपी डीएम अवस्थी ने थानों की कार्यप्रणाली में सुधार को लेकर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में कही।
 
          डीजीपी डीएम अवस्थी ने थानों की कार्यप्रणाली में सुधार को लेकर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में कहा कि पुलिस छवि सुधारने के लिये इंपैक्ट पुलिसिंग की जरूरत है। इंपैक्ट पुलिसिंग तभी होगी जब थाना आने वाला फरियादी संतुष्ट हो। साथ ही संवेदनशील व्यवहार किया जाए। 
 
             अपने संबोधन में डीजीपी अवस्थी ने प्रदेश के सभी थानेदारों को कहा कि प्रदेश के थानों की कार्यप्रणाली में सुधार की सख्त जरूररत है। सभी अधिकारियों को अपने आचार विचार पर गौर करना होगा। फरियादियों की पीड़ा को समझना होगा। अवस्थी ने कार्यशाला में थानेदारों को कानून-व्यवस्था कायम रखने, अनुशासन, अपराधों में रोकथाम, अपराध घटित होने के बाद त्वरित कार्रवाई करने को कहा।
  
                     पुलिस प्रमुख ने सूचनाओं का संकलन, मीडिया, जनप्रतिनिधियों से व्यवहार के संबंध और कानूनों में संशोधन के विषय में प्रशिक्षण दिया। उन्होने जोर देकर कहा कि थाना पुलिस व्यवस्था की मूल इकाई है। इंपैक्ट पुलिसिंग के लिये सभी थानेदारों को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। थाने के समस्त स्टाफ का आचरण और नागरिकों के प्रति व्यवहार को सुधारकर ही पुलिस की छवि को बदला जा सकता है। यदि फरियादी थाना आता है तो उनका अनुभव बेहतर होना चाहिये।
 
            आप लोगों को नागरिकों से फीडबैक लेना चाहिये। सभी थानेदारों को कोशिश करनी चाहिये कि उनका थाना आदर्श थाना के रूप में पहचाना जाये। थानेदारों के लिये प्रत्येक माह इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा।
 
                      कार्यशाला में आईजी सुशील चंद्र द्विवेदी, उप निदेशक छग पुलिस अकादमी डॉ संजीव शुक्ला , कमांडेंड प्रखर पांडे, एआईजी यू ने शिरकत किया।

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