गोद ग्राम नेवसा पहुंची एनएसएस की टीम..पानी का किया टेस्ट.बताया.खारा पानी के उपयोग से बचें..चैयरमैन ने थपथपाई एनएसएस टीम की पीठ

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—सीएमडी महाविद्यालय एनएसएस के छात्रों ने गोद ग्राम नेवसा में पोषण माह के अंतिम दिनशिविर लगाया। आमजन को सफाई पर जोर देने के साथ ही साफ पानी और भोजन लेने की सलाह दी। इस दौरान टीम ने ग्रामीणों के बीच जलस्रोत पहुंचकर पानी की गुणवत्ता टेस्ट भी किया। 
 
               अंचल के प्रतिष्ठित एवं नैक दर्जा हासिल सीएम दुबे महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना की टीम ने पोषण माह के अंतिम दिन में गोद ग्राम नेवसा में एकदिवसीय शिविर का आयोजन किया। शिविर में कॉलेज चेयरमैन संजय दुबे और प्राचार्य संजय सिंह ने शिरकत कर सभी छात्रों के काम की सराहना की। साथ ही एनएसएस प्रभारी डॉ.पीएल चन्द्राकर के कामकाज और अभियान की जमकर तारीफ की। साथ ही उपस्थित सभी छात्रों को अनवरत जनहित में काम करने की बात कही।
 
                  एक दिवसीय शिविर के दौरान कार्यक्रम अधिकारी डॉ पी एल चंद्राकर और डॉ के के शुक्ला के दिशा निर्देश पर स्वयंसेवकों ने ग्राम के बच्चों के बीच फल , वस्त्र  वितरण किया। ग्रामवासियों को पोषण के प्रति जागरुकता करते हुए खान पीन में सावधानी रखने का मंत्र भी बताया। टीम ने  गांव को कुपोषण से दूर रखने के लिए फलदार पेड़ पौधे लगाने कहा।
 
जलस्रोत पहुंचकर जांच पड़ताल
 
                 टीम ने डॉ.चन्द्राकर के साथ गांव का भ्रमण किया। उन्होने बताया कि गांव में  कुपोषण की वजह जल का खारापन हैं। जिसके चलते बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। डॉ पी एल चंद्राकर और  डॉ के के शुक्ला के मार्गदर्शन में स्वयंसेवकों ने स्थानीय लोगों को जल को शुद्ध करने का शपथ लिया। गोद ग्राम नवसा के 5 तालाब और 6 हैंडपंपों का जल परीक्षण किया। जल स्रोतों का पीएच मान 7 से अधिक पाया गया। 
 
             कार्यक्रम अधिकारी प्रभारी डॉ.पीएल चन्द्राकर ने बताया कि बच्चे नेवसा में शिविर लगाकर स्थानीय लोगों  को खान पीन और सफाई समेत स्वास्थ्य प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया है। परीक्षण कर ग्रामीणों को बताया गया कि यहां जल का स्वभाव क्षारीय है। इससे त्वचा और दिल, लकवा जैसे बीमारियों का जन्म होता है। पीने योग्य जल का पी एच मान 6.5 होता है। ग्राम में  विभिन्न जल स्रोतों का पी एच का मान 8.5 से  8.7 आया है। इसलिए प्रदूषित जल का पान करने से बचा जाए। बिना शुद्ध किए पानी का उपयोग नहीं करें।
 
             शिविर में  स्वयंसेवक लुई भास्कर कौशिक ,मो बाकर , खिलेश्वर कृषे ,नमन रात्रे , अंकिता मरावी, रीता , अलीशा ,मंजू , चंद्र प्रकाश चंद्रा , सूर्यांश ,  केशव समेत अन्यस्थानीय लोगों का विशेष सहयोग रहा। 
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