Google search engine

महर्षि योगी विश्वविद्यालय का एनएसयूआई ने किया घेराव..हालात बिगड़ने से पहले पहुंची पुलिस…छात्र नेता रंजीत ने कहा..इस तारीख को जड़ेंगे ताला

बिलासपुर—एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह की अगुवाई में छात्र नेताओं ने महर्षि यूनिवर्सिटी के कुलपति का घेराव किया। इस दौरान छात्र नेताओं ने महर्षि विश्वविद्यालय और कुलपति पर गंभीर आरोप लगाया। छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन परीक्षा का आयोजन कर रहा है। राज्य और राज्य से बाहर के छात्र छात्राओं परीक्षा में शिरकत करने पहुंची है। लेकिन किसी को रूकने की सुविधा नहीं है। असुरक्षा के वातावरण के बीच छात्राएं टेन्ट में सोने और खाने पीने के लिए मजबूर है।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह की अगुवाई में छात्र नेताओं ने महर्षि यूनिवर्सिटी के कुलपति का घेराव किया।एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने बताया कि महर्षि यूनिवर्सिटी में जमकर भर्राशाही चल रही है। गड़बड़ियों को लेकर पूर्व में कुलसचिव डॉ विजय गारूडीक को ज्ञापन भी दिया गया। बावजूद इसके ना तो खामियों को दूर किया गया। और ना ही किसी के खिलाफ कार्रवाई ही की गयी है।
इसी दौरान जानकारी मिली कि विश्वविद्यालय में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। परीक्षा में शामिल होने राज्य और राज्य के बाहर से छात्र छात्राएं शिरकत करने पहुंची हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन की तरफ से किसी को ना तो रूकने की व्यवस्था की और ना ही खान पीन का इंतजाम ही किया गया है। सभी छात्राओं को विश्वविद्यालय के कक्षाओं. कुलपति निवास में टेंट हाउस के गद्दे मंगवा कर रूकवाया गया है। छात्राओं की सुरक्षा की व्यवस्था भी नहीं है। भोजन पानी की व्यवस्था छात्र छात्राओं को ही करने के लिए कहा गया है।
 रंजीत ने बताया कि जानकारी के बाद छात्र नेता और कार्यकर्ताओं ने महर्षि विश्वविद्यालय का घेरावन किया।बावजूद इसके कुलसचिव ने किसी भी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने  कुलपति कार्यालय में घुसकर कुलपति का घेराव किया। इस दौरान छात्र नेताओं और कुलपति के बीच बावद विवाद भी हुआ है।
स्थिति को देखते हुए सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेष तिवारी ने किसी तरह मामला शांत कराया। रंजीत सिंह ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में आयोजित परीक्षा में खुलेआम नकल कराया जाता है। विश्वविद्यालय का कैंपस के बाहर नियम विरुद्ध पूरे प्रदेश मे अध्ययन केंद्र संचालित किया जा रहा है। बावजूद इसके विश्वविद्यालय में हॉस्टल की सुविधा नहीं होना, भ्रष्टाचार का जीता जागता नमूना है।
प्राध्यापक भी नहीं है बावजूद इसके विश्वविद्यालय का संचालन समझ से परे हैं। विश्वविद्यालय में बाहर से आने वाले छात्राओं की सुरक्षा राम भरोसे है। हमे अच्छी तरह से जानकारी है कि कुलपति के पास कुलपति बनने की योग्यता भी नहीं है।
पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद एनएसयूआई अध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा कि आरटीआई के माध्यम से पूछे गए सभी सवालों का जवाब 29 मई सोमवार तक हमें दिया जाए। अन्यथा विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर विश्वविद्यालय के दरवाजों पर ताला भी जड़ा जाएगा।
महर्षि यूनिवर्सिटी घेराव के दौरान एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह समेत प्रदेश सचिव लोकेश नायक, सुमित शुक्ला, प्रवीण साहू, आशीष पटेल, हिमांशु सिंह,पंकज निर्मलकर,तरुण यादव, राहुल राजपूत, करन सिदार, राज नायक,अंश वाजपेयी, भारत कौशिक, उमेश चंद्रवंशी, चंद्रप्रकाश सोनवानी, अंकित पटेल, मयंक विश्वकर्मा समेत अन्य लोग विशेष रूप से मौजूद थे।

Join WhatsApp Group Join Now

close
Share to...