बिलासपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को राजदानी रायपुर में अपने निवास कर्यालय में आयोजित कार्यक्रम में नगरीय क्षेत्रों मे 500 वर्गमीटर (5382 वर्ग फीट) तक के आवासीय प्लाट्स पर भवन निर्माण के लिए मानव हस्तक्षेप रहित ऑनलाईन डायरेक्ट भवन अनुज्ञा सिस्टम की शुरुआत की। पहले ही दिन बिलासपुर में एक आवेदक को आवेदन के पन्द्रह मिनट के भीतर नक़्शा पास कर कागज़ात सौंप दिए गए ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में आज़ ही कहा था कि गांव और शहरों के विकास के लिए हमने लगातार 3 वर्षों तक कार्य किया है, इस सूची में एक और सुविधा जोड़ने जा रहे हैं ।जिससे राज्य के शहरों के विकास में तेजी आयेगी और नागरिकों को एक बड़ी समस्या का प्रभावी समाधान मिलेगा। राज्य के नागरिक जो अपना घर बनाना चाहते हैं उनके लिए भवन अनुज्ञा एक अहम प्रक्रिया है। लेकिन ये प्रक्रिया इतनी आसान नहीं थी ।नागरिकों को इस सुविधा प्राप्ति के लिए काफी परेशानी हुआ करती थी। क्योंकि ये प्रकिया पूरी होने में लंबा समय लगा करता था ।नक्शा पास कराने के लिए यह प्रकिया कई अधिकारियों तक पहुंचा करती थी और उसके बाद नागरिक को घर बनाने के लिए भवन अनुज्ञा मिलती थी। लेकिन अब ये प्रकिया सब मानव हस्तक्षेप रहित होगी और जल्द जल्द से पूर्ण होगी। यदि आपके पास सभी दस्तावेज हैं तो अब आपको अपना घर बनाने के लिए कहीं भी चक्कर लगाने की जरूरत नहीं। घर बनाने के लिए नागरिकों इससे बड़ी सुविधा और कहां प्राप्त होगी।
मुख्य मंत्री द्वारा प्रदेश में प्रारंभ डायरेक्ट मानव हस्तक्षेप रहित भवन अनुज्ञा सिस्टम से साजदा के आशियाने का ख़्वाब सोमवार को ही पूरा होने जा रहा है।
सोमवार को चार बजे साजदा बेगम ने भवन अनुज्ञा के लिए आवेदन किया और पंद्रह मिनट में भवन अनुज्ञा साजदा बेगम के हाथों में था। सहज और सुगम तरीके से भवन अनुज्ञा पाने के बाद साजदा बेगम ने इस जन हितैषी सुविधा की शुरूआत करने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।