रायगढ़ तहसील परिसर में मारपीट मामले में एक की गिरफ़्तारी, तीन की तलाश ज़ारी

Chief Editor
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रायगढ़ । रायगढ़ में गत दिवस वकीलों द्वारा राजस्व न्यायालय परिसर में लिपिक एवं नायब तहसीलदार की सुनियोजित पिटाई एवं गाली गलौज का मामला अब गंभीर रूप ले लिया है।इस घटना को लेकर कर्मचारी संगठनों में भारी आक्रोश नज़र आ रहा है। घटना के सिलसिले में एक आरोपी की गिरफ़्तारी की ख़बर आ रही है। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश अभी भी चल रही है।
विदित हो कि शुक्रवार को राजस्व तहसील कार्यालय परिसर में एक लिपिक एवं नायब तहसीलदार की सुनियोजित पिटाई एवं गाली गलौज का गंभीर मामला नजर आया था। एक वायरल वीडियो में स्पष्ट नजर आ रहा है । जिसमें कुछ वकीलों द्वारा सर्वप्रथम एक लिपिक को घेर कर गाली गलौज, मारपीट के बाद नायब तहसीलदार द्वारा बीच-बचाव एवं हस्तक्षेप करने पर उनके साथ भी दुर्व्यवहार एवं मारपीट किए ज़ाने की तस्वीरोें वाय़रल होती रहीं हैं । इस घटना के विरोध में शनिवार 12 फ़रवरी को रायगढ़ में राज्य (कनिष्ठ वर्ग )प्रशासनिक सेवा संघ( तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार )छत्तीसगढ़ प्रदेश के सदस्य संयुक्त रुप से आपातकालीन बैठक कर इस घटना के विरोध में एक निंदा प्रस्ताव पारित किए। करीब 120 सदस्यों की उपस्थिति में निर्णय लिया गया तथा एक ज्ञापन कलेक्टर रायगढ़ के नाम पर अपर कलेक्टर रामाधार कुरूवंशी को दिया गया । जिसमें रायगढ़ में नायब तहसीलदार एवं लिपिक पर हुए हमले एवं गाली गलौज की घटना के लिए हमलावर वकीलों एवं अन्य दोषियों पर अतिशीघ्र गिरफ्तारी एवं सख्त कानूनी कार्यवाही के लिए लिखा गया था। इसके अतिरिक्त रायगढ़ एसपी अभिषेक मीणा की अनुपस्थिति में एडिशनल एसपी लखन पटले को भी एक ज्ञापन हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए दिया गया है। संघ के पदाधिकारी शशि सोनी ने बताया इसके पूर्व भी अनेक अवसरों पर प्रदेश के विभिन्न नगरों में आए दिन तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों पर दुर्व्यवहार एवं गाली गलौज की अपमानजनक घटनाएं सामने आ चुकी हैं। किंतु इन महत्वपूर्ण प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा एवं उनसे किए गए दुर्व्यवहारों का अभी तक कोई कठिन प्रतिरोध प्रशासन की तरफ से नहीं हो पाया है । जिसकी परिणीति रायगढ़ के गत दिवस की घटना के रूप में सामने आयी है। उन्होंने अपने ज्ञापन में मांग की है कि राजस्व मंडल भी सिविल न्यायालयीन प्रक्रिया के अधिकारियों के समकक्ष ही है। अतः (कनिष्ठवर्ग) प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को भी प्रशासनिक सुरक्षा अति आवश्यक हो चुकी है । इस दिशा में गंभीर प्रयासों की आवश्यकता है। जिससे प्रदेश में अन्य स्थानों पर इस घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के समर्थन में तृतीय वर्ग (लिपिक) कर्मचारी संघ भी पूर्ण समर्थन में आ चुका है तथा उन्होंने भी हमलावर वकीलों की गिरफ्तारी सोमवार तक नहीं होने पर संपूर्ण प्रदेश में हड़ताल करने की चेतावनी दी है।
समाचार लिखे जाने तक रायगढ़ पुलिस ने हमलावर वकीलों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की । किंतु हमलावर पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
ताजा जानकारी के अनुसार वकीलों द्वारा की इस मामले पर संज्ञान लेते हुए आगे की लड़ाई लड़ने की रणनीति तैयार की जा रही है।
अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुल 4 हमलावरों की तलाश की जा रही है । जिसमें से आज एक गिरफ्तारी हुई है । पुलिस ने एक आरोपी़ की गिरफ़्हातीरी की पुष्लांटि की है। ज़िसका नाम भुवन लाल ( 57) बताया गया है। जबकि तीन अन्य आरोपियों का पकड़ा जाना अभी शेष है।

             
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