5 नए सेन्टर समेत 125 केन्द्रों में होगी धान खरीदी ..बाहरी धान पर रहेगी नोडल की नजर..कलेक्टर ने कहा..निगरानी के बाद भी औचक करेंगे निरीक्षण

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-चौकस व्यवस्था के साथ ही एक लाख 17 हजार से अधिक पंजीकृत किसान 1 दिसम्बर से सोसायटी पहुंचकर धान की बिक्री करेंगे। जिला प्रशासन ने दावा किया है कि धान खरीदी को लेकर जरूरी सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। धान खरीदी केन्द्रों को स्पष्ट निर्देश दिया गाय है कि किसी भी किसान को धान बिक्री में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। 
 
                समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का काम एक दिसम्बर से शुरू हो रहा है। जिले मे 1 लाख 17 हजार 209 पंजीकृत किसान धान खरीदी केन्द्र पहुंचकर अपनी फसल को बेचेंगे। खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अऩुसार जिले में 1 लाख 30 हजार 498 हेक्टेयर पंजीकृत रकबा है। पिछले साल की तुलना में पंजीयन और रकबे में सढ़ा तीन प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है।
 
                 जिला खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल 114 सेवा सहकारी समितियों के तहत 125 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। उपार्जन केन्द्र स्तर पर भौतिक व्यवस्था के साथ ही बारदानो की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। संवेदनशील उपार्जन केन्द्रो में सहकारिता और खाद्य विभाग के अधिकारियों की नियुक्ति की गयी है। उपार्जन केन्द्र वार जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों के अलावा ग्रामीण कृषि विभागो के अधिकारियों की ड्युटी लगाई गयी है। किसी प्रकार के शिकायत का मौके पर ही निवारण किया जाएगा। 
 
              जिला प्रशासन के अनुसार जिले में 4 लाख 88 हजार 602 मेट्रिक टन धान उपार्जन का अनुमान है।24 हजार 430 गठान बारदाने की आवश्यकता को देखते हुए लगातार तैयारी की जा रही है। वर्तमान में 9 हजार 314 गठान बारदाना उपलब्ध है। कमोबेश वारदाना को खरीदी केन्द्र में पहुंचा दिया गया है। 
 
                       जिला स्तर पर धान खरीदी की सुचारू व्यवस्था के लिए 101 नोडल अधिकारियो की नियुक्ति की गई है। सभी केन्द्रो में निगरानी समिति का गठन किया गया। अन्तर्राजीय धान के अवैध परिवहन पर सतत निगरानी रहेगी। राजस्व, सहकारिता, खाद्य विभाग के कर्मचारियों का दल गठित किया गया है। अवैध परिवहन, कोचियों, बिचैलियो पर नजर रखी जा रही है।
 
 खोले गए पांच नये धान खरीदी केन्द्र
 
        प्रशासन के अनुसार जिले में 5 नये धान उपार्जन केन्द्र खोले गये है।  तखतपुर विकासखण्ड में दैजा, कोड़ापुरी और विंध्यांसर धान केन्द्र खोला गया है।  कोटा विकासखण्ड में अमाली और बिल्हा विकासखण्ड में अकलतरी में नया खरीदी केन्द्र स्थापित हुआ है।
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