बिलासपुर— पीएनबी को बेशक 36 माल का कब्जा मिल गया हो लेकिन माल संचालन पूर्व के अनुसार ही होगा। किसी दुकानदार या व्यवसायी के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा। बशर्ते माल प्रबंधन भी हमारा सहयोग करे। यह बातें बैंकर्स क्लब बिलासपुर के समन्वयक ललित अग्रवाल ने कही। ललित अग्रवाल ने बताया कि 36 मॉल और मेरियट का कब्जा जिला प्रशासन ने उच्च न्यायालय के निर्देश पर दिलाया है। इस दौरान पत्रकारों की भी भूमिका सकारात्मक थी।
ललित अग्रवाल ने जिला प्रशासन का आभार जाहिर करते हुए कहा कि हम नहीं चाहते कि मॉल के किसी भी व्यवसायी और हाटल मैनेजमेन्ट को किसी प्रकार की परेशानी हो। 36 माल शहर की उम्मीद है। अभी तक प्रबंधन से सहयोग मिलता रहा। लेकिन जैसा चाहते हैं वैसा नहीं मिला। इसकी वजह कुछ भी हो सकती है। आज शाम प्रबंधन और पीएनबी के बीच बातचती होगी। क्या बातचीत हुई मीडिया को इसकी जानकारी दी जाएगी।
ललित अग्रवाल ने कहा कि शहरवासियों को बताना चाहता हूं। कि माल को पीएनबी किसी भी सूरत में बंद करने की इच्छा नहीं रखता है। हमें अपना दिया गया कर्ज वापस लेना है। कर्ज बैंक को कैसे मिले इसके लिए केवल पजेशन ही पर्याप्त नहीं है। जैसा कि जिला प्रशासन ने कहा है कि दोनो पार्टी को बैठकर आगे कि गतिविधियों पर चर्चा करनी होगी। हम लोग तैयार हैं। उम्मीद है कि दोनो पार्टी किसी ना किसी सकारात्मक परिणाम तक पहुंचेगी..इसके बावजूद बताना चाहूंगा कि माल और हॉटल को बंद करने का इरादा पीएनबी का नहीं है। आगे भी ऐसा रहेगा….हम यही कहना चाहेंगे।
ललित अग्रवाल के अनुसार सुनने और पढ़ने को मिल रहा है कि प्रबंधन और पीएनबी में कर्मचारियों के बीच नाराजगी है और लगातार टकराव की स्थिति बन रही है। हो सकता है कि पजेशन के समय कुछ तनाव रहा हो लेकिन नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। हमने सिक्यूरिटी भेजा था…। यह हमारा अधिकार है। चूंकि माल इस समय हमारे कब्जे में है। सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। लेकिन पीएनबी चाहता है कि दोनो लोग एक टेबल पर आए। माल और मेरियट का संचालन कैसे हो ..कौन करेंगा…मिल बैठकर चर्चा करें।
ललित ने बताया कि हमें अपने रूपयों से मतलब है। हम माल संचालन करें ऐसी स्थिति फिलहाल नहीं बनती है। बेहतर होगा कि दोनों पार्टी मिले। एक निर्णय तक पहुंचे। बहुत कुछ संभावना है कि मॉल का संचालन वर्तमान प्रबंधन ही करे। इसके लिए प्रबंधन को बातचीत करना होगा। उम्मीद ही नहीं विश्वास भी है कि निर्णय ना केवल निकलेगा। बल्कि प्रबंधन के हित में ही होगा।
बैठक मे हम लोग 36 माल की वर्तमान आर्थिक स्थिति का आकलन करेंगे। आय व्यय का लेखा जोखा भी करेंगे। माल प्रबंधन और कर्मचारियों का जो भी खर्च हो रहा है…बातचीत करेंगे। कोशिश होगी की निश्चित मुश्त राशि निश्चित समयावधि में पटाने को पीएनबी कहे। यह भी हो सकता है कि एक मुश्त राशि जमा करने पर भी बैठक के दौरान विचार विमर्श हो। लेकिन बैठक तो पहले हो।
कोई तनाव नहीं
ललित अग्रवाल ने बताया कि पीएनबी के साथ प्रबंधन का कोई तनाव नहीं है। बहुत कुछ संभावना है कि पीएनबी के.के.गुप्ता के प्रबंधन को ही माल संचालन की जिम्मेदारी दे दे। इसके लिए गुप्ता को पीएनबी से बातचीत करनी ही होगी। सिक्यूरिटी गार्ड तैनाती को लेकर कोई तनाव नहीं है। हो सकता है कि माल प्रबंधन को लगता हो कि पीएनबी पुराने सिक्यूरिटी को हटाना चाहती हो। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं सोचा गया है। यह तो केवल अपनी उपस्थिति को लेकर पीएनबी ने एक प्रयास मात्र किया है। निर्णय तो बैठक में होगा।