Rajasthan Political Crisis: राजस्थान कांग्रेस में मचे घमासान के बाद पार्टी ने भी कार्रवाई की है. पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार (27 सितंबर) को सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद कांग्रेस की अनुशासन समिति ने बगावत के सूत्रधार गहलोत के करीबियों को गंभीर अनुशासनहीनता के मामले में कारण बताओ नोटिस भेजा है.कांग्रेस ने गहलोत के करीबी संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र पाठक को नोटिस भेजकर दस दिनों में जवाब देने को कहा है. सोनिया गांधी को भेजी अपनी नौ पन्नों की रिपोर्ट में पर्यवेक्षकों ने विधायकों की प्रस्तावित बैठक की बजाय अलग से गोलबंदी करने को गंभीर अनुशासनहीनता माना है.
रविवार को विधायक दल की बैठक से पहले शांति धारीवाल के घर पर गहलोत समर्थकों ने बैठक की थी. इस बैठक में इन विधायकों ने 2020 में अशोक गहलोत के खिलाफ सचिन पायलट के विद्रोह का मुद्दा उठाया था.विधायकों ने कहा था कि मुख्यमंत्री को उन लोगों में से चुना जाना चाहिए जिन्होंने उस समय सरकार का समर्थन किया था. उन्होंने सचिन पायलट को शीर्ष पद से दूर रखने के लिए विरोध स्वरुप स्पीकर सीपी जोशी को सामूहिक इस्तीफा सौंपा था.