लखीमपुर खीरी मामले में गरमाई सियासत, अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग पर कांग्रेस ने रखा ‘मौन व्रत’

Shri Mi
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जयपुर-यूपी के लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर देशभर में आंदोलित कांग्रेस ने जयपुर में विरोध प्रदर्शन के लिए गांधीवादी तरीके का सहारा लिया है. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की ओर से आज जयपुर में सिविल लाइन फाटक पर 3 घंटे मौन व्रत के जरिए बर्खास्तगी की मांग को लेकर विरोध प्रकट किया गया. अंतिम समय पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) का कार्यक्रम में आना कैंसिल हो गया, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में मंत्री विधायक और पार्टी के पदाधिकारी कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए.

             
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उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Case) में किसानों को कुचलने के मामले में आशीष मिश्र की गिरफ्तारी के बाद अब कांग्रेस केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और आशीष मिश्र के पिता अजय मिश्र के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग को लेकर मुखर हैं. आज देश भर में कांग्रेस ने अलग-अलग राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया विरोध प्रदर्शन की ऐसी ही एक तस्वीर जयपुर में भी नजर आई. जयपुर में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के लिए गांधीवादी तरीके का सहारा लिया. सिविल लाइन फाटक पर सुबह 10:00 से दोपहर 1:00 बजे तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेसी मंत्री विधायक पीसीसी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौन व्रत पर बैठे.

डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने मौन व्रत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा जब तक मोदी सरकार इस मामले में एक्शन नहीं लेगी कांग्रेस गांधीवादी तरीके से अपना विरोध जारी रखेगी. डोटासरा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में किसानों की आवाज को कुचला जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के पास इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं है.परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने यूपी घटना की तुलना हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में दलित युवक की हत्या करने पर भाजपा नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने इस मामले में तुरंत एक्शन लिया है. राजस्थान में सरकार संवेदनशील है, लेकिन जिस तरह की हठधर्मिता और किसानों के मामले पर सरकार असंवेदनशील है वह पूरे देश की जनता के सामने हैं.

3 घंटे तक चले इस मौन व्रत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी आने का कार्यक्रम था, लेकिन सीएम इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. कार्यक्रम में सरकार के कई मंत्री और जयपुर कांग्रेस के विधायकों के अलावा पीसीसी के पदाधिकारी मौजूद रहे. मौन व्रत होने के बावजूद कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता आपसी बातचीत करते हुए दिखाई दिए. 3 घंटे के इस कार्यक्रम में प्रदर्शन स्थल पर रामधुनी सुनाई दी तो वहीं यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम लांबा मौन व्रत के दौरान चरखे पर सूत कातते नजर आए. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि तरीका भले ही गांधीवादी है, लेकिन इस मौन व्रत के जरिये कांग्रेस यूपी चुनाव से पहले यूपी सरकार और केंद्र सरकार को घेरने की हर संभव कोशिश करती हुई दिखाई दे रही है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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