बिलासपुर—- वेयर हाउस रोड स्थिल संजीवनी हास्पिटल के आडिटोरियम में विश्व हिन्दू परिषद के बैनर तले सामाजिक समरसता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश स्तरीय नेताओं ने बिगड़ते सामाजिक समरसता को लेकर चिंता जाहिर की। साथ ही समरसता को लेकर पूरे प्रदेश में एक विशेष आंदोलन चलाने का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा कि एकता में ही विकास है। चाहे कोई धर्म हो..लेकिन हम सब भारत माता की संतान है। सभी जाति धर्म और रंग को एक होकर समरसता बिगाड़ने वालों के खिलाफ उठना होगा।
संजीवनी अस्पताल के आड़िटोरियम में विश्व हिन्दू परिषद के बैनर तले समरसता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सभी समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारियों ने सभी का कांधे पर पटका डालकर स्वागत किया। इस दौरान सभी ने अपने विचारों को रखा। साथ ही संकल्प भी लिया कि हम सब एक होकर देश की समरसता को बनाएंगे। क्योंकि एकता में ही ताकत है। और जब तक हम एक नहीं होंगे तब तक हमारे देश प्रदेश का विकास संभव नहीं है। व्यक्ति किसी जाति धर्म का हो सकता है लेकिन वह सबसे पहले भारत माता कि संतान है।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष ललित माखिजा ने बताया कि हमारे देश में महान सामाजिक कार्यकर्ताओं, मनीषियों और विद्वानों का जन्म हुआ। सभी लोगों ने देश की सामाजिक समरसता को मूल मंत्र बनाया। सबको एक किया। यही कारण है कि आज हम एक मंच पर बिना किसी जाति और धार्मिक भेदभाव के एक मंच पर बैठे है। क्योंकि समरसता हमारी रगों में है। हां कुछ चन्द लोगों ने इसे बिगाड़ने का काम किया है। वह सफल नहीं हुए है। और सफल ना हों..इसलिए ही हमने समरसता कार्यशाला का आयोजन किया है। ललित माखिजा ने बताया कि राजनीति ने निश्चित रूप से समरसता के साथ खिलवाड़ किया है। यह ठीक नहीं है। और हम इसमें किसी को कामयाब भी नहीं होने देंगे।
विश्व हिन्दू परिषद के ही दूसरे प्रांत उपाध्यक्ष सरल मोदी ने बताया कि देश में रहने वाले सभी लोग भारता माता कि संतान है। कार्यशाला में किसी भी जाति धर्म का बंधन नहीं है। यहां हिन्दू ही नहीं बल्कि मुसलमान और ईसाई भी शामिल हो सकते हैं। यह देश सभी का है। हमें मिलजूलकर रहना है। मोदी ने बताया कि अंग्रेजों ने हमें अलग करने की साजिश किया है। बावजूद इसके हम एक दूसरे ना तो अलग हुए..और ना ही अलग होंगे।