ब्लाक कांग्रेस-1 अध्यक्ष को बदलने की तैयारी..? तेज हुई मुस्लिम युवा चेहरे की तलाश.?चर्चा में दुलारे औऱ शहजादी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- पीसीसी जल्द ही ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष तैयब और विधायक शैलेष पाण्डेय विवाद पर फैसला सुना सकता है। सूत्रों की माने तो पीसीसी अध्यक्ष ने मामले में बीच का रास्ता निकालने का मन बना लिया है। बताया जा रहा है कि तैयब को बिलासपुर ब्लाक कांग्रेस 1 अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता है। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी किसी नए मुस्लिम युवा के कंधे पर डाली जा सकती है। इसमें कई नाम सामने आ रहे है। इसमें एक चेहरा शेख निजामुद्दीन ऊर्फ दुलारे और दूसरा चेहरा पार्षद शहजादी कुरैशी का भी है।

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                 आज शाम या एक दिन के अन्दर ब्लाक कांग्रेस एक का अध्यक्ष पद पर नया चेहरा सामने आने की सुगबुगाहट तेज हो गयी है। सूत्रों की माने पीसीसी ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक विवाद मामले में देर शाम या दूसरे दिन बड़ा लेकिन सोच समझकर फैसला ले सकता है। ब्लाक कांग्रेस एक अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पार्षद शहजादी कुरैशी या शेख निजामुद्दीन ऊर्फ दुलारे को दी जा सकती है।

              बताते चलें कि 4 जनवरी को मुख्यमंत्री प्रवास के दौरान न्यू सर्किट हाउस के बाहर ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष और नगर विधायक शैलेष पाण्डेय के बीच विवाद हो गया था। मामला कालर काण्ड के रूप में सामने आया। मामले की शिकायत विधायक ने पीसीसी से की। पीसीसी ने मामले में जांच के लिे तीन सदस्यीय टीम का गठन किया। टीम ने जांच रिपोर्ट पीसीसी को सौंप दिया। रिपोर्ट में बताया गया कि विधायक के साश गरिमा के खिलाफ बरताव किया गया है। इस प्रकार के मामले दुबारा सामने नहीं आए। इसलिए ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष पर अनुशासनात्मक कार्रवाई जरूरी है। 

                 दो दिन पहले पीसीसी से ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई के संकेत मिलने पर एक दिन पहले मुस्लिम समाज के नेता विधायक से निवास पहुंचकर समझौता का प्रयास किया। मुस्लिम समाज के लोगों ने विधायक से तैयब को माफ करने की गुजारिश की । विधायक ने कहा मैं सब कुछ भूल चुका हूं। कार्यक्रम में शाल श्रीफल और माला पहनाया है। चूंकि मामला पीसीसी के हाथों में चला गया है। इसलिए अब इस पर मेराा कोई अधिकार नहीं रह जाता है।

               इसके बाद मुस्लिम समाज के लोग रायपुर भी गए। पीसीसी से तैयब के खिलाफ  कार्रवाई नहीं किए जाने की मांग की है। क्या कुछ हुआ फिलहाल इसकी विस्तार से जानकारी नही मिल सकी है।

            सूत्रों की माने तो मुस्लिम नेताओं के निवेदन पर पीसीसी तैयब को पार्टी से निष्कासन की वजाय पद से हटाने का मन बना लिया है। बताया जा रहा है कि पीसीसी ने स्थानीय संगठन से विचार विमर्श के बाद ब्लाक कांग्रेस एक अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी युवा मुस्लिम के किसी नए चेहरे को दी जाएगी। जानकारी मिल रही है कि शहजादी कुरैशी के नाम पर भी विचार किया जा रहा है। 

               सूत्र ने बताया कि ब्लाक कांग्रेस एक अध्यक्ष पद के लिए युवा कांग्रेस चेहरा शेख निजामुद्दीन का भी नाम जोरों पर है। पिछले कई सालों से शेख निजामुद्दीन ऊर्फ दुलारे स्थानीय निकाय समेत विधानसभा और लोकसभा चुनाव में सक्रिय जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है। बताते चलें कि शेख  निजामुद्दीन निगम सभापति शेख नजरूद्दीन के बेटे है।

                     सूत्र ने बताया कि यदि निकाय चुनाव के दौरान शहजादी के बगावती तेवर को कुछ देर के लिे भुला दें तो उनका ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय है। क्योंकि उन्होने निर्दलीय रहकर ना केवल चुनाव जीता। बल्कि कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी तैयब को भी हराया।बताते चलें कि शहजादी का सभी समाज के लोगों के बीच गहरी पैठ भी है।

              जानकारी के अनुसार पीसीसी शेख निजामुद्दीन के नाम को भी गंभीरता से  ले रहा है। शेख निजामुद्दीन ना केवल युवा बल्कि पिता के नक्शेकदम पर मिलनसार और मृदुभाषी भी है। उनके पास युवाओं की टीम भी है। और निकाय चुनाव में इस बात का परिचय बखूबी से दिया है। सबसे बड़ी बात दोनों खेमे में दुलारे को लेकर सकारात्मक सोच है। कुल मिलाकर शहजादी और दुलारे में किसी एक का ब्लाक कांग्रेस एक का अध्यक्ष बनना निश्चित है।

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