प्रेसवार्ताः शरद यादव की बेटी ने कहा..राहुल ने चोर को चोर ही कहा..बताया..सवर्ण समाज से आते हैं तीनों घोटालेबाज..लोकतंत्र बचाने की हर सजा कबूल..लेकिन बताएं रेड अलर्ट कैसे हटा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— कांग्रेस नेत्री सुभाषिनी शरद यादव अल्प प्रवास पर बिलासपुर पहुंची। पत्रकारों से कांग्रेस भवन में संवाद किया। इस दौरान उन्होने  बताया कि लोकतंत्र खतरे में है। लोकतंत्र को बचाने जिसने भी आवाज बुलन्द किया। केन्द्र सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं का दुरपयोग कर विपक्ष को प्रताड़ित किया है। लेकिन राहुल गांधी किसी भी सूरत में सच का साथ नहीं छोड़ेंगे। प्रधानमंत्री मोदी कुछ भी कर लें उन्हें ना केवल  अडानी से रिश्ता को जाहिर करना पड़ेगा। बल्कि 20 हजार करोड़ का हिसाब भी देना होगा। दुनिया सब देख रही है। प्रधानमंत्री कितना जुल्म करें…लेकिन कांग्रेस पार्टी और उसके नेता गलत के सामने झुकेंगे नहीं। सुबाषिनी ने दुहराया कि यदि राहुल गांधी ने चोर को चोर कहा तो इसमें गलती क्या है।
दुनिया देख रही राहुल के खिलाफ साजिश
 कांग्रेस नेत्री सुभाषिन शरद यादव बिलासपुर पहुंची। उन्होने कांग्रेस भवन में पत्रकारों के साथ संवाद कर मोदी पर जमकर निशाना साधा। सुभाषिनी ने बताया कि राहुल गांधी को सच बोलने से रोकने के लिए भाजपा सरकार ने तमाम हथकंडे आजमाए। सदन में माइक ऑफ किया गया। भाषण के अंश हटाए गए। मोदी के मंत्रियों ने झूठे आरोप लगाए। राहुल गांधी को जवाब देने नहीं दिया गया। सदन की कार्यवाही को म्यूट किया गया। इतना ही नहीं राहुल  सोची समझी रणनीति के तहत  सदस्यता छीनी गयी। फिर आनन फानन में उन्हें सरकारी आवास खाली का फरमान सुनाया गया है। इसे देश ही नहीं पूरी दुनिया देख रही है।
 
राहुल गांधी ने चोर को चोर ही कहा
सुभाषिनी ने बताया कि राहुल गांधी ने नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोकसी को चोर कहा। और पूछा कि ऐसा क्यों है कि सब चोरों के नाम मोदी हैं!  यह नहीं कहा कि सब मोदी चोर हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के भक्तों ने मानहानि का दावा कर राहुल गांधी को 2 साल की सजा फरमान जारी कर संसद से बर्खास्त कर दिया। सवाल उठता है कि आखिर राहुल ने चोर को चोर कहा तो क्या अपराध कर दिया।
सुभाषिनी पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि नीरव मोदी ने 14,000 करोड़ का घोटाला किया। ललित मोदी ने 425 करोड़ा का घोटाला और मेहुल चौकसी ने 13,500 करोड़ का घोटाला किया है। सवाल उठता है कि आखिर राहुल गांधी ने इन्हें चोर कहा तो क्या अपराध कर दिया। सभी ने देश का पैसा लूटा है। आश्चर्य होता है कि भाजपा नेता चोरों का बचाव कर रहे हैं। जांच से क्यों भाग रहें हैं। ये चोर नहीं तो क्या मोदी के बगिया के मोर हैं? कांग्रेस नेत्री ने इस दौरान भाजपा को बेशर्म झुट्ठी पार्टी बताया।
ओबीसी नहीं सवर्ण समाज से है रिश्ता
सुभाषिनी कहा कि राहुल गांधी  बीजेपी के झूठे प्रोपोगेंडा में नहीं फंसने वाले हैं। दरअसल राहुल गांधी  ने ओबीसी समाज का अपमान किया ही नहीं। जबकि भाजपा नेताओं को अच्छी तरह पता है कि नीरव मोदी ओबीसी, ललित मोदी ओबीसी है ही नहीं। इतना ही नहीं एफआईआर दर्ज कराने वाले पूर्नेश मोदी भी ओबीसी नहीं है। सच तो यह है कि नीरव और मेहुल चोकसी गुजराती जैन बनिया समुदाय से हैं। ललित मोदी मारवाड़ी अग्रवाल बनिया समुदाय से है।
पीएम अ़डानी रिश्ता का खुलासा करें।
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि देश के सबसे अमीर 100 लोगों में से कम से कम 70 गुजराती और मारवाड़ी बनिया समुदाय से हैं। दोनों समूह सवर्ण हैं ना की ओबीसी। ओबीसी को बदनाम करने का काम भाजपाइयों ने किया है। राहुल गांधी ओबीसी समाज से आने वाले मेरे पिता श्रद्धेय शरद यादव को अपना गुरु मानते हैं। ऐसे में भाजपा के झूठा प्रचार तंत्र शर्मसार करने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी से सीधा सवाल है कि उनका अडानी से क्या रिश्ता है। शेल कंपनियों के हवाले से अडानी समूह में लगाया गया 20,000 करोड़ का विदेशी पैसा किसका है? इस दौरान सुभाषिनी विस्तार के साथ पत्रकारों के साथ राहुल गांधी के खिलाफ रची गयी साजिश का पर्दाफाश किया।
देश के लिए हर कीमत मंजूर..सुभाषिनी
सुभाषिनी ने बताया कि 7 फरवरी को राहुल गांधी ने सदन में PM मोदी-अडानी पर लोकसभा में भाषण दिया। 16 फरवरी: को शिकायतकर्ता गुजरात हाईकोर्टट अपना स्टे वापस लेता है। 27 फरवरी को मामले में सुनवाई होती है। 17 मार्च को निर्णय रिजर्व रखा जाता है। 23 मार्च को कोर्ट दो साल सजा का फरमान जारी करता है। ये महज संयोग नहीं  बल्कि 100 षडयंत्र है। राहुल गांधी को सच की आवाज उठाने की कीमत चुकानी पड़ी है। नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने की क़ीमत चुकानी पड़ी है। GST को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने की क़ीमत चुकानी पड़ी है। चीनी घुसपैठ पर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने की क़ीमत चुकानी पड़ी है।। अडानी महाघोटाले पर प्रधानमंत्री से सवाल पूछने और भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश को जोड़ने की क़ीमत चुकानी पड़ी है।
पहले कुछ..बाद में सरकार ने बताया कुछ
कांग्रेस नेत्री ने बताया कि 8 जून 2018 सरकार शेल कंपनियों को खतरा बताते हुए टास्क फोर्स की गतिविधियों पर प्रेस विज्ञप्ति जारी करती है। 21 मार्च 2023 में सरकार ने राज्यसभा में जवाब दिया कि शेल कंपनी की कोई परिभाषा नहीं है। सरकार को इसकी जानकारी भी नहीं है।
इन्टरपोल से रेड अलर्ड कैसे हटा
12 अक्टूर 10/22 को इंटरपोल मेहुल चोकसी पर रेड अलर्ट नोटिस वापस लेता है। 18 अक्टूबर 2022 को CBI भी कॉन्फ्रेंस के लिए नई दिल्ली में इंटरपोल की मेजबानी करती है। इस दौरान प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को भी आमंत्रित किया जाता है। खबर भारतीय मीडिया में छपती है।
 
जेपीसी जांच में हो जाएगा दूध और पानी का फैसला
सुभाषिनी ने बताया कि विपक्ष की एक ही माँग है कि जनता के पैसे की लूट का सरकार को देना होगा। जेपीसी का गठन कर किया जाए। मामले का खुलासा अपने आप हो जाएगा कि 20 हजार करोड़ रूपए किसका है। लेकिन मोदी सरकार की एक ही रट है अडानी बचाओ और लोकतंत्र मिटाओ । पत्रकार वार्ता के दौरान जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष विजय पाण्डेय विशेष रूप से मौजूद थे।
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