प्रधानमंत्री की विचारधारा तानाशाही..चन्दन यादव ने कहा..कांग्रेस में मतभेद है..मनभेद नहीं..प्रभारी के सामने भड़के कांग्रेस के दो बड़े नेता..पढ़ें खबर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— प्रदेश कांग्रेस प्रभारी डॉ. चन्दन यादव ने बताया कि आरएसएस और प्रधानमंत्री की प्रवृत्ति तानाशाही है। भाजपा नफरत फैलाने वाली नफरती पार्टी है। पार्टी के एक व्यक्ति में पूरे ब्राम्हण का ज्ञान है। इस प्रवृत्ति ने देश को नुकसान पहुंचाया है। अल्पप्रवास के दौरान चन्दन यादव ने बताया कि कांग्रेस संगठन और सत्ता के बीच अच्छा तालमेल हैं। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि हमारे बीच कुछ बातों को लेकर मतभेद  है..लेकिन मनभेद नहीं है। चन्दन यादव ने कहा कि बिहार में ईडी को भाजपा का जमाई कहा जाता है। सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान दोनो कांग्रेस जिला अध्यक्षों ने कुर्सी को लेकर जमकर गुस्सा उतारा। मामले को किसी तरह चन्दन यादव ने शांत कराया।

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कांग्रेस पिछड़ा वर्ग की बैठक में शिरकत करने अल्प प्रवास पर प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी डॉ.चन्दन यादव बिलासपुर पहुंचे। उन्होने पत्रकारों से बातचीत कर बताया कि 24 फरवरी से रायपुर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। अधिवेशन में देश के कोने कोने से ऊच्च स्तर से लेकर ब्लाक स्तर के नेता शिरकत करेंगे। तीन दिनों तक खुली चर्चा होगी।

पोस्टर वार के सवाल पर चन्दन यादव ने कहा कि कहीं कोई पोस्टर वार नही है। संगठन और समिति ने कुछ नियम निश्चित किए हैं। नया रायपुर में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी अधिवेशन स्थल को शहीद वीरनारायण नाम दिया गया है। कहां कौन सा और किसका पोस्टर लगेगा..पहले से ही निर्धारित है। पोस्टर हटाने को लेकर तल्ख शब्दों के प्रयोग पर चन्दन यादव ने कहा कि अनुशासन के लिए जरूरी है। पार्टी रीति निती का पालन सबको करना होगा। 

सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बिगड़ रहा है। ब्लाक स्तर पर नेताओं के पास झण्डा खरीदने के लिए  फण्ड नहीं है। रह रह कर संगठन से कुछ अलग ही बयान सामने आ रहे है। कांग्रेस नेता ने बताया कि सत्ता और संगठन के बीच अच्छा तालमेल है। कुछ विषयों को लेकर मतभेद हो सकता है..और स्वस्थ्य लोकतंत्र में होना भी चाहिए । लेकिन मनभेद जैसी स्थिति नहीं है। हम राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मिलकर ही कर रहे हैं। हम मिलकर भाजपा को हराएंगे।

स्वामी प्रसाद मोर्य का रामचरित मानस पर बयान को लेकर चन्दन यादव ने कहा धर्मग्रन्थों का सम्मान करना चाहिए। सबकी आस्था जुड़ी है। हमारी लड़ाई ऊंच नीच, अमरी गरीब की भावना के खिलाफ है। हमे भूख, भय, तानाशाही, अपराध, के खिलाफ लड़ना है। ना की हिंसा और अपराध समेत ऊंच नीच की भावना का समर्थन करना है।

ई़डी के सवाल पर चन्दन ने कहा कि बिहार की जनता ईडी को भाजपा का जमाई कहते हैं। केन्द्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं का गलत इस्तेमाल कर जनता को कांग्रेस को डराना चाहती है। लेकिन अंत में जनता की जीत होगी। कांग्रेस शासित राज्यों को परेशान किया जा रहा है। लेकिन हम डरने वाले नहीं है।

   एक अन्य सवाल पर चन्दन यादव ने आरएसएस और भाजपा को नफरती संगठन बताया। उन्होने कहा कि भाजपा नेता और प्रधानमंत्री की विचारधारा तानाशाही प्रवृत्ति की है। प्रधानमंत्री को लगता है कि पूरे ब्रमाण्ड का ज्ञान उन्हे ही मिला। ऐसा चाहते भी हैंं। रमन सिंह के बयान पर चन्दन यादव ने बताया कि साल 2018 में भी रमन ने जीत का दावा किया था। परिणाम क्या निकला…वह क्या कहते हैं..मतलब नहीं…

चन्दन यादव के सामने उलझे जिला अध्यक्ष

सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान चन्दन यादव का सम्मान करने पहुंचे जिला अध्यक्ष विजय पाण्डेय और विजय केशरवानी को सीट नहीं मिली। दोनो अध्यक्षो के आने के बाद भी चन्दन यादव के अगल बगल दो नेता कैमरे के सामने पूरे समय बैठे रहे। रिस्पान्स नहीं मिलने पर दोनो जिला अध्यक्षो ने करीब दस मिनट तक कुर्सी का इंतजार किया। प्रेसवार्ता खत्म होते ही  विजय केशरवानी और विजय पाण्डेय ने आपा खो दिया। कश्यप के दाए बाएं बैठे नेताओं पर सीधे सीधे बोलना शुरू कर दिया। जिला अध्यक्षों ने आरोप लगाया कि बड़े नेताओं के आते ही लोग फोटो खिचाने लोग पहुंच जाते हैं। इस दौरान ना तो प्रोटोकाल का ध्यान रखा जाता है। अगल बगल रहने के चक्कर में नेता का सम्मान भी करना भूल जाते हैं। और ना ही पदाधिकारियों का सम्मान ही किया जाता है। इस दौरान कांग्रेस नेताओं की नाराजगी को चन्दन यादव देखते रहे। फिर विजय पाण्डेय और केशरवानी को समझा बुझाकर शांत कराया। 

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