प्रियंका की बनारस रैली में छाया रहा छत्तीसगढ़….बतौर ओबीसी सीएम पेश किए गए भूपेश बघेल … पढ़िए- मँच पर हुईं “छत्तीसगढ़ मॉडल” की ख़ास बातें..

Chief Editor
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बनारस। कांग्रेस की ओर से बनारस में रविवार को बड़ी आम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें प्रियंका गांधी ने एक तरह से उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए अपने अभियान का आगाज किया। पूर्वाँचल के के किसानों की इस न्याय रैली में छत्तीसगढ़ छाया रहा। जहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक खास अंदाज में भाषण दिया और उन्हें कांग्रेस के कुर्मी / किसान मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया गया। रैली में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की ओर से किसानों की भलाई के लिए किए जा रहे कामों को पेश कर यह बताने की कोशिश की गई कि अगर यूपी में भी प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनती है तो किसानों के हक में बड़े फैसले लिए जाएंगे। इस आम सभा का संचालन छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता राजेश तिवारी कर रहे थे।

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नवरात्रि के चौथे दिन  यूपी के सांस्कृतिक शहर बनारस में कांग्रेस की आम सभा हुई । जिसके जरिए कोंग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने अपने चुनावी मुहिम का आगाज किया ।  इस रैली में बड़ी तादात में लोग शामिल हुए और पूरा पंडाल लोगों से खचाखच भरा हुआ था । मंच पर खासतौर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू , पी.एल. पुनिया, प्रमोद तिवारी , दिपेन्द्र हुड्डा, सलमान खुर्शीद, सुप्रिया त्रिनेत्र  जैसे कई दिग्गज़  कांग्रेसी मौजूद थे ।इस रैली में प्रियंका गांधी ने अपना भाषण शुरु करते हुए भूपेश बघेल का नाम सबसे पहले लिया ।  उन्होने अपने भाषण में यूपी के सोनभद्र में 2 साल पहले हुई आदिवासी किसानों की हत्या का जिक्र किया। इसके बाद कोरोना काल की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को इस दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था  । उन्होंने पिछले साल हाथरस में हुई घटना का भी जिक्र किया । हाल के दिनों में लखीमपुर खीरी की घटना का भी ब्यौरा दिया और लोगों को यह बताने की कोशिश की  कि सभी मामलों में सरकार लोगों के साथ खड़ी नजर नहीं आई। उन्होंने कहा कि इस देश को आजादी किसानों ने दी है और किसानों के हितों का संरक्षण पहले होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में 300 से अधिक दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं ।  जिसमें अब तक 600 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं। लेकिन सरकार तीनों काले कानूनों को वापस लेने के पक्ष में नहीं है। अपने भाषण में उन्होंने बार-बार कहा कि देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। केवल सत्ता में बैठे लोग और उनके खरबपति मित्र ही सुरक्षित दिखाई देते हैं। अपने भाषण में प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस के लोग किसी से डरते नहीं हैं ……। हमें कोई रोक नहीं सकता और चुप नहीं करा सकता…..। जब तक गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा नहीं हो जाता तब तक लड़ते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे तब तक नहीं रुकेंगी जब तक कि परिवर्तन नहीं आ जाता । प्रियंका गांधी ने दुर्गा के श्लोक के साथ अपना भाषण शुरू किया था।

इस रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खास अंदाज में अपना भाषण दिया। जोश खरोश से भरे हुए उनके भाषण में  तारतम्यता भी थी… तथ्य भी थे और अपील भी नजर आ रही थी। उन्होंने कहा कि बनारस  बाबा विश्वनाथ का ऐसा शहर है, जहां सभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आते हैं। यहां पर आकर राजा -महाराजाओं को भी अपने प्रश्नों का उत्तर मिलता रहा है। आज देश में किसानों ,नौजवानों ,व्यापारियों सभी तबके के लोगों के अपने प्रश्न हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि यूपी विधानसभा के आने वाले चुनाव में बनारस से भी प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे। उन्होंने आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी और पंडित नेहरू के संघर्ष की याद दिलाई और कहा कि हम लड़ने वाले लोग हैं। यूपी के सीएम पर हमलावर होते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि हमें लगता था साधु संत किसी से नहीं डरते। लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री डरपोंक निकले और  वे हर समय पुलिस को आगे करते हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी को रोकने की कोशिश की। खुद अपने साथ हुए घटनाक्रम की याद दिलाते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें भी एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग केवल जुमले की बात करते हैं। लेकिन कांग्रेस काम करके दिखाती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में किसानों के न्याय की बात कही थी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के बनने के बाद से किसानों के हक में कई फैसले लिए गए हैं। छत्तीसगढ़ देश में अकेला ऐसा राज्य है जहां ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी होती है । हालांकि भाजपा की सरकार ने इस पर  रुकावट डालने की कोशिश की। लेकिन किसानों से किया हुआ वादा कांग्रेसी सरकार ने पूरा किया। उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ में किसानों को धान की कीमत ढाई हजार रुपए प्रति क्विंटल मिल सकती है तो यूपी में भी प्रियंका गांधी की अगुवाई में सरकार बनने के बाद यहां के किसानों को भी यह दाम मिल सकता है ।

भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि बीजेपी के लोग केवल धर्म के नाम पर लड़ावाना जानते हैं। उन्होंने अंग्रेजों से यह गुर सीखा है कि फूट डालो और राज करो…। जिस तरह अंग्रेजों के समय में मुंशीगंज में लोगों को रौंदा गया था। उसी तरह आज भी लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया है। भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि भाजपा के लोग गौ सेवा की केवल बात करते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना शुरू कर कांग्रेस सरकार ने बता दिया है कि गौ सेवा क्या होती है …।  यहां द़ो रुपए  किलो में गोबर खरीदा जा रहा है । जिससे वर्मी कंपोस्ट तैयार हो रहा है और बिजली भी तैयार की जा रही है। उन्होंने सोनभद्र से लेकर लखीमपुर तक किसानों- गरीबों के हक की लड़ाई में प्रियंका गांधी की सक्रिय हिस्सेदारी की भी विस्तार से चर्चा की।

चुनावी मुहिम का आगाज करते हुए बनारस में हुई इस रैली में छत्तीसगढ़ छाया रहा। इस रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पिछड़े तबके के मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया गया ।  जो खुद कुर्मी – किसान परिवार से आते हैं। रैली के जरिए यह मैसेज़ देने की भी कोशिश की गई कि कांग्रेस पार्टी पिछड़े तबके के लोगों के साथ हमेशा रही है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ में पिछड़ा वर्ग का मुख्यमंत्री बनाया और हाल ही में यूपी में पंजाब में दलित समाज से आने वाले चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया गया है। गौर करने वाली बात यह भी है कि यूपी में चुनावी समीकरण के हिसाब से पिछड़े तबके की हिस्सेदारी अहम मानी जाती है और यह कांग्रेस की रणनीति का यह हिस्सा दिखाई देता है कि वह यूपी के पिछड़े तबके के लोगों का भरोसा जीतने के लिए छत्तीसगढ़ को एक मॉडल के रूप में पेश कर रही है। इस रैली का संचालन छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेता और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार राजेश तिवारी कर रहे थे। जिन्हें यूपी चुनाव के लिए अहम जिम्मेदारी दी गई है।।

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