बिलासपुर—भनेसर समेत आस पास के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर होराइजन कोलवाशरी सुनवाई का विरोध किया है। कलेक्टर कार्यालय के सामने पहुंचकर ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। शासन प्रशासन और कोलवाशरी प्रबंधन के खिलाफ नारा लगाया। आंदोलनकारियों ने बताया कि भनेसर में कोलवाशरी खोला जाना नीति और नियम के खिलाफ है। कोलवाशरी खुलने से क्रोकोडायल पार्क खत्म हो जाएगा। तालाब और नदियां खूख जाएंगी।
भनेसर में प्रस्तावित होराइजन कोलवाशरी के विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने प्रशासन को बताया कि कोलवाशरी जनसुनवाई नीति और नियम के खिलाफ हो रहा है। प्रबंधन ने ईआईए रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा किया है। फायदे के लिए ईआईए रिपोर्ट तैयार किया गया है।रिपोर्ट में सारी जानकारी फर्जी है।
मामले में विरोध कर रहे दिलीप अग्रवाल ने बताया कि जनसुनवाई में 17 पंचायतों को बुलाया गया है। इसमें आधे से अधिक पंचायत जांजगीर जिला में आता है। इसलिए दोनों जिलों में जनसुवाई होनी चाहिए। प्रस्तावित कोल वाशरी से चन्द किलोमीटर दूर एशिया का प्राकृतिक क्रोकोडायल पार्क है। ईआईए रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है। प्लान्ट खुलने से क्रोकोडायल पार्क खत्म हो जाएगा।
प्रस्तावित कोलवाशरी के पास दो हायर सेकेन्डरी स्कूल है। वाशरी खुलने के बाद स्कूल बन्द हो जाएगा। ताल तलैया सूख जाएंगे। खारून नदी इतिहास बन जाएगी।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि गांव की आवाज को पूंजीपति दबा रहे हैं। प्रशासन को आरोपों को गंभीरता से लेना होगा। अन्यथा हमें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा। दिलीप ने जिला प्रशासन को बताया कि ईआईए रिपोर्ट में ना तो एक किलोमीटर दूर स्थित जयरामनगर रेलवे स्टेशन का जिक्र है। और ना ही कोवाशरी के लिए पानी का स्रोत ही बताया गया है।