लोकसेवा आयोग की वेवसाइट बीमार.. उम्रदराज अभ्यर्थियों ने जताई नाराजगी .. आवेदकों का हाईकोर्ट जाने का फैसला

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पोर्टल में खराबी होने का मा्मला सामने आया है। जिसके चलते पीएससी परीक्षा में आयु संबंधित छूट के प्रावधानों में काफी खामियां सामने आयी है। खबर के बाद प्रतियोगियों में  नाराजगी के साथ हड़कम्प मच गया है।

         छत्तीसगढ़ लोकसेवा परीक्षा 2020 के लिए राज्य लोक सेवा आयोग ने डिप्टी कलेक्टर डीएसपी सीएमओ नायब तहसीलदार समेत 142 पदों के के लिए प्री एग्जाम के लिए ऑनलाइन  आवेदन भराया जा रहा है।  12 जनवरी तक ऑनलाइन  फार्म भरने की अंतिम तारीख है।
 
            भर्ती परीक्षा नियम के अनुसार मूल निवासी डोमेसाइल पात्रता के साथ 40 वर्ष की आयु तक आवेदन कर सकते हैं। छूट नियमो के अनुसार आयु सीमा नियमो में एससी/ एसटी/ ओबीसी सहित  शासकीय सेवक / संविदा कर्मी / पंचायत कर्मी शिक्षाकर्मी/ राष्ट्रीय और  राज्य की खेलों में पुरस्कार प्राप्तकर्ता /अंतर्जातीय विवाहकर्ता  अभ्यर्थी  45 वर्ष की आयु सीमा तक परीक्षआ में बैठ सकते हैं।
 
                हाल फिलहाल जारी ज्ञापन में भारी विसंगतियां सामने आयी है।  आयु सीमा में छूट प्राप्त  सामान्य वर्ग समेत शिक्षाकर्मी, पंचायत कर्मी, नगर सैनिक राष्ट्रीय राज्य स्तर पर पुरस्कार प्राप्त सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को आयु सीमा में छूट के बावजूद पंजीयन चरण में ओवरएज बताकर आवेदन को अमान्य कर दिया गया है।
 
                      हजारों की संख्या में ऐसे अभ्यर्थी जो शासकीय सेवा में है या फिर शिक्षाकर्मी, पंचायत कर्मी या नगर सैनिक आदि के रूप में काम कर रहे हैं। ऐसे पुरुष अभ्यर्थी जिनकी आयु सीमा  40 से 45 के बीच है । आवेदन पंजीयन  रिजेक्ट होने से गहरी नाराजगी है। 
 
                   अनेक विद्यार्थी ऐसे भी हैं जो समान नियम और शर्तों के  आधार पर जारी सत्र  1 जनवरी 2020 से आयोग की  गणना संबंधी छूट नियम परीक्षा में भाग ले रहे हैं। बावजूद इसके 
छत्तीसगढ़ लोक सेवा परीक्षा के लिए समान नियमों पर उनका भी आवेदन खारिज हो रहा है। 
 
 आयोग की हेल्पलाइन  बीमार
 
               ऑनलाइन फॉर्म भरते समय समस्या के संबंध में समाधान के लिए लोक सेवा आयोग से जारी हेल्पलाइन ठेके पर  । कर्मचारी प्राइवेट एजेंसी से संबंधित होने के कारण सॉफ्टवेयर में खामी को स्वीकारते तो हैं।  लेकिन सुधार के संबंध में कुछ भी स्पष्ट बता पाने की स्थिति में नहीं है।  ना ही उन्हें नियमों के संबंध में  निर्देश की जानकारी है। समाधान के लिए खोला गया हेल्पलाइन समस्या है।  हेल्पलाइन के अटेंडर अभ्यर्थियों को ठीक से जानकारी देने के बजाय फोन काट देते हैं। आयोग कार्यालय में जाकर जानकारी लेने के लिए कहते हैं।
 
                जानकारी हो कि 2019 लोक सेवा भर्ती परीक्षा प्रारंभिक स्तर में उत्तरों की गड़बड़ी के कारण  हाई कोर्ट के निर्णय के आधार पर दोबारा रिजल्ट निकाला गया। एक साल से भी ज्यादा समय से मुख्य परीक्षा के साथ अंतिम  चयन लंबित है। विद्यार्थियों में भ्रम की स्थिति है कि मुख्य परीक्षा कब होगी।  पहले प्रारंभिक परीक्षा होगी या मुख्य परीक्षा।
 
विवादों से छत्तीसगढ़ पीएससी का पुराना नाता
 
                   छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग का विवादों से चोली दामन का संबध है। 2003 भर्ती परीक्षा की चयन सूची  जारी करने संबंधी मामले में  सालों बाद भी  सर्वोच्च न्यायालय में याचिका लंबित है। इस बीच लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली एवं परीक्षा पद्धति में कई बार बदलाव किए गए। सारे मामले न्यायालय में है। लेकिन लोक सेवा आयोग की गलतियों  का सिलसिला थमा नहीं है।
               लोक सेवा आयोग की गलतियों के प्रति अनदेखी और सॉफ्टवेयर संबंधी संभावित गड़बड़ी से  बड़ी संख्या में  अभ्यर्थी परेशान हैं। गड़बड़ियों के चलते पात्र अभ्यर्थी  खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। मामले में सम्पर्क किए जाने पर पत्रकारों को  आयोग के सचिव ने बताया कि त्रुटियों जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। उन्होने कहा कि वेवसाइट में कुछ तकनिकी खराबी के चलते गलतियां  हुई है। वहीं मा्मले में कुछ अभ्यर्थी हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है।
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