रायपुर।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सवाल किया कि जब प्रदेशभर में नई कोरोना गाइडलाइन प्रभावी है, धारा 144 लागू है, सभी तरह के जलसे, सभा, समारोहों पर रोक लगी हुई है, लोगों को अपने पारिवारिक व धार्मिक कार्यक्रमों के लिए सरकारी आदेशों का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है, तो फिर राजधानी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आगामी 3 फ़रवरी के कार्यक्रम की अनुमति किसने, कैसे और किनके इशारे पर दी? श्री मूणत ने कहा कि जब सरकार ही अपने बनाए क़ायदे-क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ाने पर आमादा है तब आम आदमी को इन क़ायदों के सख़्त पालन के लिए बाध्य और दंडित करना प्रदेश सरकार के दोगलेपन की इंतिहा है।
श्री मूणत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ जारी ज़ंग में प्रदेश की कांग्रेस सरकार का दुराग्रह प्राय: हर मौक़े पर सामने आया है और यह स्पष्ट हुआ है कि कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार गाइडलाइन को अपनी राजनीतिक सुविधा के हिसाब से तोड़ने-मरोड़ने में क़तई नहीं हिचकती, जबकि आम आदमी पर क़ानून के डंडे का इस्तेमाल पूरी निर्ममता के साथ होता है। श्री मूणत ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने ‘ख़ानदानी शहज़ादे’ की चाटुकारिता में प्रदेश को एक बार फिर कोरोना संक्रमण के भयावह दौर में ले जाने पर आमादा हैं।