Rahul Gandhi-Rahul Gandhi फिर जाएंगे विदेश, खुद ट्वीट कर दी जानकारी

Rahul Gandhi: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एकबार फिर से विदेश यात्रा पर जाने वाले हैं। राहुल गांधी की इस विदेश यात्रा का मकसद भी बेहद खास है। दरअसल राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (Cambridge University Business School) में लेक्चर देने जा रहे हैं। वे इस महीने के अंत में यूके (United Kingdom) जाएंगे।
यह सालभर में दूसरा मौका होगा जब राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) में दिखाई देंगे। इससे पहले वे पिछले साल मई महीने में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे, जहां उन्होंने ‘आइडियाज फॉर इंडिया’ कॉन्फ्रेंस में शिरकत की थी और प्रवासी भारतीयों से संवाद भी किया था।गुरुवार को राहुल गांधी ने ट्वीट (Rahul Gandhi Tweets) कर बताया, “अपनी अल्मा मेटर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी आने और कैम्ब्रिज बिजनेस स्कूल में लेक्चर देने के लिए उत्सुक हूं। भू-राजनीति, इंटरनेशनल रिलेशंस, बिग डेटा और डेमोक्रेसी सहित विभिन्न डोमेन में कुछ प्रतिभाशाली लोगों के साथ जुड़कर खुशी होगी।”
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष (Former Congress President) राहुल गांधी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के अलावा अन्य कई विश्वविद्यालयों के कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते दिखाई देते रहे हैं। उन्होंने सितंबर 2017 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (University of California) में स्पीच दी थी। तब उन्होंने कहा था कि घृणा, क्रोध और हिंसा और ध्रुवीकरण की राजनीति ने भारत में अपना गंदा सिर उठाया हुआ और लिबरल संस्थाओं (Liberal Organisations) का गलत इस्तेमाल हो रहा है।
मार्च और अप्रैल 2021 में अलग-अलग यूनिवर्सिटीज के ऑनलाइन इंटरव्यू और बातचीत के दौरान (कॉर्नेल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कौशिक बसु, ब्राउन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आशुतोष वार्ष्णेय और हार्वर्ड के लिए अमेरिकी राजनयिक निकोलस बर्न्स के साथ) राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और RSS ने भारत के इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क पर कब्जा कर लिया है।
ऐसे ही एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि देश में एक भी ऐसी संस्था नहीं है जिस पर सिस्टमैटिकली हमला न किया गया हो। ज्यूडिशियरी, प्रेस, ब्यूरोक्रेसी, इलेक्शन कमिशन… हर एक संस्थान को व्यवस्थित रूप से ऐसे लोगों द्वारा भरा जा रहा है जिनकी एक विशेष विचारधारा है और एक निश्चित संस्थान से संबंधित हैं। हम इसे मिटाना नहीं बल्कि गला घोंटना कहेंगे।