ख़ुलासाः संजू के पिता और भाई सहित रिश्तेदारों ने मिलकर रची थी हत्या की साजिश, पूरी कहानी आई सामने ,9 लोग गिरफ़्तार, हथियार भी बरामद

Chief Editor
10 Min Read

बिलासपुर।  पुलिस ने बिलासपुर के बहुचर्चित हिस्ट्रीशीटर संजीव त्रिपाठी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है रविवार की शाम पुलिस ने बताया कि संजीव त्रिपाठी के पिता जय नारायण त्रिपाठी  और सगे भाई कपिल त्रिपाठी सहित दूसरे रिश्तेदारों और साथियों ने मिलकर साजिश रची और घटना को अंजाम दिया।पैतृक संपत्ति के विवाद को लेकर हत्या हुई है। मामले में पुलिस ने जय नारायण त्रिपाठी ,कपिल त्रिपाठी, सुनीता निर्मलकर ,प्रेम श्रीवास ,अमन गुप्ता ,भरत तिवारी  आशीष तिवारी ,रवि तिवारी ,और राजेंद्र सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है अभी कुछ आरोपी फरार हैं।

Join Our WhatsApp Group Join Now

 पुलिस ने इस वारदात के बाद 100 से अधिक स्थानों पर मोबाइल टावरों का कॉल डाटा छान मारा। 50 से अधिक टोल प्लाजा में सीसीटीवी कैमरों की छानबीन की। मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र दिल्ली और छत्तीसगढ़ में 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरा को बारीकी से देखा। पुलिस ने इस मामले में 2 नग पिस्टल एक कट्टा जप्त किया है

जैसा कि मालूम है कि फार्म हाउस से घर लौट रहे हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी गई। करीब 12 साल बाद फिर शहर में हुए इस तरह के गोली कांड से शहर एक बार फिर से सहम गया। इस मामले में दो पिस्टल से फायर किए जाने की बात सामने आई और पेशेवर हमलावरों पर संदेह किया जा रहा था। 12 साल पहले 19 दिसंबर को पत्रकार सुशील पाठक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके आरोपियों को आज तक पकड़ा नहीं जा सका। वहीं बुधवार को हुई इस घटना ने एक बार फिर शहर को हिला दिया।

सकरी बाईपास चौक स्पीड ब्रेकर पर संजू की कार धीरे हुई थी।उसी समय पहले से उसका इंतजार कर रहे कार सवारों ने अपनी गाड़ी को उसके सामने लाया और दोनों तरफ से संजू पर गोलियां बरसा दी। जिससे संजू त्रिपाठी की मौके पर मौत हो गई। हिस्ट्रीशीटर संजू पर शहर के अलग-अलग थानों में करीब 28 अपराधिक मामले दर्ज थे । इसमें हत्या की कोशिश से लेकर अपहरण बलवा जैसे कई गंभीर अपराध थे।पुलिस के मुताबिक उसने 1992 में पहला अपराध किया और उसके बाद से वह सिलसिलेवार लगातार अपराधिक मामलों में शामिल रहा।

बुधवार को सकरी में दिनदहाड़े हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की हत्या में इस्तेमाल शूटर्स की कार और एक स्कॉर्पियो को पुलिस ने बरामद किया बलेनो कार कोटा रोड भरनी पर सदा गांव में पूरी रोड पर मिली जबकि स्कॉर्पियो भिलाई से बरामद की गई। हमलावर कार से कोटा रोड तक गए थे। फिर स्कॉर्पियो में बैठकर भिलाई की ओर भागे जांच में पता चला कि कार का नंबर प्लेट बदला गया था।पुलिस को मृतक के भाई कपिल त्रिपाठी उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी पर सुपारी किलिंग का संदेह था। इस आधार पर कपिल की तलाश की जा रही है और उसके पिता ,पत्नी और साले से थाने में पूछताछ चल रही थी।

फार्म हाउस में प्लानिंग

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संजू की हत्या की पूरी प्लानिंग अमेरी के एक फार्म हाउस में की गई। शूटर 1 सप्ताह से यहां रुके थे और वह लगातार संजू की रेकी कर रहे थे । पुलिस भी इस एंगल से जांच कर रही थी और यहां आने जाने वाले लोगों की जानकारी जुटाने लगी।फार्महाउस से बड़ी मात्रा में शराब की खाली बोतलें डिस्पोजल और सिगरेट के रेपर मिले।

चार गोली बॉडी से निकाली,बाकी अंदर फंसी

गुरुवार को संजू त्रिपाठी का पोस्टमार्टम सिम्स में हुआ। यह करीब 3 घंटे चला। पहले डेड बॉडी का एक्सरे कराया गया ताकि यह पता चल सके कि गोलियां कहां कहां फंसी हैं। एक्स-रे में भी ज्यादा स्पष्ट जानकारी डॉक्टरों को नहीं मिली। एक्सरे में पेट में चार से पांच बुलेट, सीने में तीन से चार बुलेट, कंधे में 1 सिर और जबड़े में 3 बुलेट नजर आई।लेकिन डॉक्टर सिर्फ चार बुलेटिन निकाल सके। शेष बॉडी में ही फंसी रह गई पुलिस की मानें तो बॉडी से 7.62 एमएम की बुलेट मिली है जो किसी पिस्टल से चलाई गई होगी।

एसएसपी ने बनाई 22 सदस्य टीम

संजू त्रिपाठी हत्याकांड सुलझाने के लिए बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने 22 सदस्य टीम का गठन किया। इसमें एएसपी दीपमाला कश्यप के अलावा सीएसपी संदीप पटेल, परिवेश तिवारी, टीआई हरविंदर सिंह, फैसल शाह ,प्रभाकर तिवारी, सागर पाठक ,मनोज नायक एसआई अजय बारे, एसआई जीवन साहू और स्टाफ शामिल थे. इन्हें अलग-अलग क्षेत्र में जांच का जिम्मा सौंपा गया।

लंबे समय से प्लानिंग

जांच में इस हत्याकांड की सुई हर तरफ से मृतक के भाई कपिल त्रिपाठी पर ही ठहर रही पुलिस ने अब तक जितने संदेशों को पकड़कर पूछताछ की उन सभी ने कपिल की भूमिका संदिग्ध बताई। यह भी कहा है कि कपिल लंबे समय से संजू को मारने की योजना बना रहा था। पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्र में ऐसे कई संदेशों को पकड़ा वही कुछ संदेही कपिल के गायब होते ही भूमिगत भी हो गए।

दत्तक पुत्री से अवैध सम्बंध

संजू त्रिपाठी हत्याकांड की गुत्थी शुक्रवार तक करीब करीब सुलझती हुई हुई नजर आ रही थी। मामले में पिता भाई से लेकर दर्जन भर लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही। पुलिस के अनुसार दत्तक पुत्री से पिता और मृतक के अवैध संबंध थे जो हत्या की प्रमुख वजह के रूप में सामने आए। इसके अलावा संपत्ति विवाद भी हत्या का एक कारण बना है। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया।

एक और कार जब्त

शुक्रवार को पुलिस ने एक और कार को जप्त किया है जो शहर की है। हालांकि पुलिस उसके मालिक और कार की भूमिका के संबंध में कोई खुलासा नहीं कर रही लेकिन यह दवा जरूर है कि इसका उपयोग भी हत्या में किया गया।

भाई कपिल पर भी आपराधिक मामले

मामले में पुलिस ने मृतक संजू के भाई कपिल त्रिपाठी के अपराधिक रिकॉर्ड को साझा किया उसके खिलाफ हत्या से लेकर मारपीट, आगजनी तथा बलवा जैसे 1 दर्जन से अधिक अपराध सिर्फ सिविल लाइन थाने में ही दर्ज है। पुलिस की मानें तो वह भी आदतन अपराधी था।

नेपाल भागने की आशंका

पुलिस ने आशंका जताई है कि संदेही कपिल त्रिपाठी नेपाल भाग सकता है बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले भी वह नेपाल गया था। उसका ससुराल भी उत्तराखंड के आसपास ही है पुलिस ने भी आशंका जताई कि कपिल और उसके साथियों ने मिलकर नेपाल और आसपास के क्षेत्र से ही हत्या की साजिश रची थी अब उसके पकड़े जाने के बाद ही इसका खुलासा हो सकेगा।

दत्तक पुत्री की शादी

बताया जा रहा है कि जिस दत्तक पुत्री की बात पुलिस कर रही है वजह जयनारायण त्रिपाठी के शनिचरी स्थित घर में ही रहती है।  उसकी शादी भी जयनारायण ने अपने नौकर से करवाई थी।पिछले कुछ समय से वह नौकर और उसका बेटा कपिल त्रिपाठी के यहां काम करने लगे थे।संजू कभी-कभी शनिचरी वाले घर जाता था। लेकिन कुछ सालों से पिता और भाई से विवाद होने की वजह से वह वहां जाना छोड़ दिया था।।

बाहर के शूटर्स

पुलिस के अनुसार अब तक की जांच में जो सुराग मिले उसे पता चलता है कि अधिकांश शूटर बाहर से बुलाए गए थे ।जो हत्या की वारदात देने के बाद फरार हो गए इन हत्यारों में कुछ लोकल शूटर भी शामिल हो सकते हैं।

कॉल रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल अहम

बताया जा रहा है कि पुलिस ने संजू त्रिपाठी के अलावा उसके पिता जयनारायण कपिल और उसकी पत्नी तथा साला सभी के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाला इसके अलावा पिता के मोबाइल से कॉल रिकॉर्डिंग को भी निकाला गया है। जिससे कई अहम सुराग पुलिस को मिले। इसमें सुपारी के लिंग से लेकर कई जरूरी जानकारी पुलिस को मिली जिसके बाद उसने हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने शुरू की और गुत्थी को सुलझाने में मदद मिली।

close