SANU MURDER UPDATE: अंबिकापुर से खरीदे गए थे पिस्टल और राउंड,रायगढ़ से पकड़े गए हथियारों के सौदागर, कोलकाता होकर बांगलादेश भागने के फ़िराक में थे दोनों आरोपी

Chief Editor
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बिलासपुर । चर्चित संजू हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार का इंतज़ाम रायगढ़ और अंबिकापुर से किया गया था । इसका ख़ुलासा हो गया है। इस मामले में पहले से गिरफ़्तार प्रेम श्रीवास के ज़रिए एक लाख चालीस हज़ार रुपए में दो पिस्तौल और दस राउंड अंबिकापुर में एज़ाज़ अंसारी से ख़रीदा गया था । रायगढ़ के युसुफ़ हुसैन ने प्रेम श्रीवास को एज़ाज़ से मिलवाया था । रायगढ़ में एज़ाज़ और युसुफ के पकड़े जाने के बाद इस लेनदेन का ख़ुलासा हुआ । साथ ही यह भी पता चला कि अपने सगे भाई संजू त्रिपाठी की हत्या के लिए हथियार तलाश रहे कपिल त्रिपाठी से भी इनकी मुलाक़ात प्रेम श्रीवास ने कराई थी । एज़ाज़ और युसुफ बुधवार को रायगढ़ मे रेल्वे स्टेशन के पास पकड़े गए । दोनों रायगढ़ से कोलकाता होते हुए बंगलादेश भागने की फ़िराक में थे । उनके पास से भी हथियार जब्त हुए हैं।  

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 पुलिस से मिली जानकारी के मुताब़िक पिछले 16 दिसंबर की शाम जूटमिल पुलिस द्वारा मुखबिर सूचना पर ट्रांसपोर्टनगर बस स्टैंड के पास एक संदिग्ध युवक को पिस्टल बंदूक के साथ पकड़ा गया था । धांगरडीपा थाना कोतवाली रायगढ़ के रहने वाले आरोपी युवक नरेश उर्फ नानू यादव पिता नान्हे लाल यादव ( 26 )  के कब्जे से एक 7.65 एमएम सिल्वर रंग देसी पिस्टल, एक खाली मैगजीन, एक सैमसंग कंपनी का मोबाइल जप्त कर आरोपी को धारा 25 आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ़तार कर जुडिशियल रिमांड पर भेजा गया था । बीते सप्ताह बिलासपुर जिले में हुई गंभीर वारदात के बाद एसपी  अभिषेक मीना द्वारा आरोपी से जप्त हथियार के संबंध में अवैध हथियार बेचने वाले सिंडिकेट, उनके सप्लाई चैन, पूरे संगठन का पता लगाने के निर्देश एडिशनल एसपी संजय महादेवा, सीएसपी अभिनव उपाध्याय एवं साइबर सेल की टीम को दिया गया । साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कमल किशोर ने पटेल वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर पिस्टल के साथ पकड़े गये आरोपी नरेश उर्फ नानू यादव से विस्तृत पूछताछ की । आरोपी नरेश उर्फ नानू यादव ने रायगढ़ निवासी यूसुफ हुसैन, चांदनी चौक बाबूपारा के पास से एक पिस्टल औरतीन राउंड को 8-9 माह पहले पचास हज़ार रुपए  में खरीदना बताया। साइबर सेल की टीम ने आरोपी यूसुफ हुसैन की धरपकड़ की कोशिश में उसके चांदनी चौक बाबूपारा के घर पर दबिश दी । लेकिन वह फ़रार हो गया था । साइबर सेल प्रभारी ने आरोपी युसूफ हुसैन की पतासाजी, गिरफ्तारी के लिये अपने मुखबिर एवं स्टाफ को लगा रखा था । बुधवार 21 दिसंबर को की शाम मुखबिर से ख़ब़र मिली कि आरोपी युसूफ हुसैन और उसके साथ एक व्यक्ति को रेल्वे स्टेशन के पास देखा गया है। तत्काल साइबर के साथ जूटमिल की टीम ने आरोपी और उसके साथी को घेराबंदी कर पकड़ लिया । आरोपी युसूफ हुसैन ने बताया कि उसके साथ पकड़ा गया युवक पलामू झारखंड का रहने वाला एज़ाज़ उर्फ राजू है और वह हथियारों का मुख्य सप्लायर है। दोनों पकड़े जाने के डर से रायगढ़ से कोलकात्ता और कोलकात्ता से बंग्लादेश की ओर फरार होने की योजना से रेल्वे स्टेशन पर पहुंचे थे। । आरोपी की तलाशी लेने पर आरोपी युसूफ के पास एक पिस्टल और दो राउंड तथा आरोपी एजाज अंसारी के पास एक पिस्टल और तीन राउंड मिला । दोनों को हिरासत में लेकर चौकी लाया गया । जिनसे लम्बी पूछताछ के बाद अवैध हथियारों की खरीदी-बिक्री का खुलासा हुआ ।

पुलिस के मुताब़िक आरोपी युसूफ हुसैन ने बताया कि पूर्व में ट्रैवलिंग एजेंसी में ड्रायवरी का काम करता था । आज से करीब डेढ़-दो वर्ष पहले ड्राइवरों के माध्यम से पलामू, झारखंड में रहने वाले एजाज अंसारी उर्फ राजू भाई के साथ जान पहचान हुई । एजाज अंसारी उर्फ राजू से व्हाट्सएप कॉल के जरिए बातचीत होती थी । आरोपी यूसुफ हुसैन ने बताया कि वह जल्द से जल्द पैसा खमाना चाहता था । इसलिए उसने एजाज अंसारी उर्फ राजू को बोला था कि तुम्हारे तरफ पिस्टल- कट्टा आसानी से मिल जाता है… जुगाड़ करो । तब एजाज पिस्टल, राउंड बेचने में राजी हो गया और हथियार बेचने अलग-अलग जगह बुलाता था । करीब एक साल पहले एजाज अंसारी से पहली बार पिस्टल खरीदने डाल्टेनगंज गया । जहां एक पिस्टल,तीन राउंड पचास हज़ार रुपए  में खरीदकर रायगढ़ लाया । जिसे रायगढ़ के नरेश उर्फ नानू यादव को बेच दिया था। उसके बाद इसी साल अक्टूबर  में दोबारा डाल्टनगंज जाकर एजाज अंसारी से एक पिस्टल और सोलह राउंड खरीद कर लाया और अपने पास रखा था ।

उसने बताया कि पिस्टल के लिए ग्राहक नहीं मिल रहा था, इसी बीच बिलासपुर में रहने वाले प्रेम श्रीवास ने मिलकर हथियार खरीदने के लिए अपनी दिलचस्पी दिखाई । प्रेम श्रीवास से उसके एक दोस्त ने परिचय कराया था । जिसे चौदह राउंड को प्रति राउंड पाँच सौ रुपए के हिसाब से   सौदा तय कर बेचा था । नवंबर महीने में एक दिन प्रेम श्रीवास फोन कर बिलासपुर बुलाया । बिलासपुर जाने के बाद प्रेम श्रीवास ने कपिल त्रिपाठी से मिलवाया था । कपिल त्रिपाठी ने अपने घर परिवार के झगड़े का ज़िक्र करते हुए  अपने भाई संजू त्रिपाठी का फोटो दिखाकर कहा कि उसकी हत्या के लिए आठ – दस लाख रुपए दे सकता है।  । तब उसे सोच कर बताऊंगा कहकर वापस रायगढ़ आ गया । उसके कुछ दिन बाद प्रेम श्रीवास वापस युसुफ़ को फोन किया और कहने लगा कि दो सामान (पिस्टल और राउंड) की बेहद जरूरत है… दिलवा दो । उसके कहने पर वापस एजाज अंसारी उर्फ राजू से संपर्क किया । 2 दिसंबर को एजाज सामान लेकर अम्बिकापुर बस स्टैंड के पास मिलूंगा बोला । तब प्रेम श्रीवास अपने एक साथी के साथ कार में रायगढ़ आया। रायगढ़ में उसके साथ अंबिकापुर गए । अंबिकापुर बस स्टैंड के पास एजाज अंसारी पहले से खड़ा था । एजाज अंसारी 2 नग पिस्टल और 10 राउंड प्रेम श्रीवास को एक लाख चालीस हज़ार रुपए  में बेच दिया । वहां से प्रेम श्रीवास और उसका साथी कार में बिलासपुर चले गए और रायगढ़ वाली बस में बैठकर रायगढ़ आ गया, एजाज अंसारी भी झारखंड चला गया।

दोनों आरोपियों को पुलिस चौकी जूटमिल के आर्म्स एक्ट के आरोपी नरेश उर्फ नानू यादव से संबधित मामले में गिरफ्तार कर बिलासपुर पुलिस के साथ समस्त जानकारी साझा किया गया है ।  

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