स्थानीय विधायक का सतनामी समाज ने किया विरोध..दुर्व्यवहार का लगाया आरोप..खड़गे.सीएम,मरकाम तक पहुंची शिकायत….कहा..नहीं करेंगे समर्थन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—तखतपुर विधानसभा के अनुसूचित जाति के सामाजिक नेताओ ने तखतपुर स्थित सतनाम भवन में विशेष बैठक कर स्थानीय विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है। बैठक के दौरान सामाजिक नेताओं ने रश्मि आशीष सिंह पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। बैठक में उपस्थित सैकड़ों की संख्या में मौजूद सामाजिक व्यक्तियों ने फैसला किया है कि भविष्य में स्थानीय विधायक का किसी भी सूरत में समर्थन नहीं करेंगे। सामाजिक नेताओं ने बताया कि शिकायत की कापी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया को भी भेजा है। 
          तखतपुर स्थित सतनाम भवन में समाज के सदस्य और नेताओं ने बैठक कर स्थानीय विधायक रश्मि सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया है। बैठक में लोगों ने बताया कि विधायक ने समाज को अपमानित किया है। ऐसी सूरत में आने वाले विधानसभा में स्थानीय विधायक का किसी भी स्तर पर समर्थन नही किया जाएगा। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने हस्ताक्षर के साथ शिकायत की कापी, कांग्रेस के आलानेताओं  के अलावा आईजी, कलेक्टर, पुलिस कप्तान को भी देने का एलान किया। 
समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक ने अनुसूचित जाति समाज के नेताओ को झूठे पुलिस केस में फंसाने की धमकी दिया है। इसके चलते सभी लोग बहुत ही परेशान हैं। धमकी के बाद सभी लोग अपनी जान माल को लेकर चिंतित हैं।
 
क्या है मामला…समाज क्यों हुआ नाराज
       मामला तखतपुर विधानसभा के ग्राम काठा कोनी की है। 31 दिसंबर को सतनामी समाज ने बाबा घासीदास की  जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान मंच पर सामाजिक नेता- संजीव खांडे और अन्य लोग बैठे थे। इसी बीच क्षेत्रीय  विधायक रश्मि आशीष सिंह भी पहुंची। विधायक को देखते ही सामाजिक नेताों मंच से उतर गए। इसके बाद विधायक ने सभी को रोका और जाने का कारण पूछा। बातचीत के दौरान सामाजिक नेताओं और विधायक के बीच बहस हो गयी। मामला तुम तड़ाक तक पहुंच गया। 
   इसके बाद नाराज समाज के लोगों ने आरोप लगाया कि विधायक ने कहा कि तथाकथित लोग वोट नहीं देते हैं। इसलिए ऐसे लोगों का काम नही करूंगी। साथ ही नहीं झुकने की बात कही है। समाज के नेताओं ने कहा कि विधायक से ऐसे व्यवहार की उम्मीद नहीं थी। समाज का आरक्षण कम किया गया। लेकिन विधायक ने इसका विरोध नहीं किया है। इसलिए आज बैठक सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव लाया गया है। समाज ने फैसला किया है कि भविष्य में किसी प्रकार का समर्थन नहीं किया जाएगा। 
यह लोग हुए बैठक में शामिल
इस अवसर पर मुख्यरूप से समाज के नेता साधेलाल भारद्वाज, संजीव खांडे, हेमचंद मिरी,जितेंद्र बंजारा, सागर बंजारे, संजीत बर्मन,विनोद बंजारा अजीत घृतलहरे पिंटू खांडे, भरत जांगड़े , राजेश खांडे,नोबल नवरंग, मनोज, इतवारी कुर्रे,अरविंद नवरंग, विनोद घृतलहारे, अमर दिनकर,जीतेंद्र कुमार,नरेश मिरि,योगेंद्र पात्रे, संतराम लहरे, लछमी खांडे, राजू खांडे, अखिलेश कोसले, सलेंद्र आहूजा, ऋषि चतुर्वेदी,निर्मल कुमार, ट्रक,भानुप्रताप, कृष्ण जांगड़े, विवेकानंद दिनकर, बिहारी सिंह टोडर,संदीप खांडे, मनीष खांडे,रामचंद बंजारे, कोमल दिनकर, संदीप बर्मन, विकेश बंजारे, रामप्रसाद रात्रे,धनेश्वर भास्कर, गौतम बंजारे, गुलशन मेरसा, सूर्यकांत मेरसा,सुरेश अनंत,  हिमालय राज मेरसा,काशीराम लहरे, ओमप्रकाश सोचें, दसरथ, मंगल लहरे,डेविड अनंत, रामझूल बंजारे, सोहर,रमेश कुमार,लव कुमार गेंदले, सूरज कुमार, कोमल टोडर, संत कुमार, कमल, नरेश सोनवानी, प्रियांसु डाहीरे,मोहित टांडे, मंगला सोचें,आशीष नवरंग, सूर्यकांत खांडे, अनिल अनंत,  दुर्गेश कुमार बंजारे, राजेश कुमार भारती, राहुल पतले, नरेश बघेल, संजीत अनंत, साहिल कुर्रे, बर्फी खुटे, रतिराम कोसले, श्याम लाल कोसले, अमर मिरी, अजोरदास नवरंग, रामसेवक बघेल, राजू भरते, लखन, किशोर, सहित सैकड़ों की संख्या में अनुसूचित जाति वर्ग के लोग उपस्थित थे।
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