रायपुर। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत बुधवार को मंदिरहसौद और आसपास के धान खरीदी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। बारिश से धान भीगते पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई, और जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए कह दिया। कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि कैप कव्हर खरीदने के लिए संस्था के पास पैसे नहीं है, और तो और उन्हें 6 माह से वेतन भी नहीं मिल रहा है।दो दिन की बारिश से संग्रहण केंद्रों में धान भीग गए हैं। और जब आज खाद्य मंत्री मंदिरहसौद के समीप नारा के खरीदी केंद्र पहुुंचे तो बिना कैप कव्हर के धान रखे जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कर्मचारियों से पूछा कि धान को ढकने के लिए तिरपाल नहीं है?उन्होंने कहा कि सभी चीजों के लिए पैसा आता है। फिर खुले में धान क्यों रखे गए।
इस पर कर्मचारी ने कहा कि तिरपाल खरीदने के लिए संस्था के पास पैसे नहीं है। कर्मचारियों को 6 माह से वेतन नहीं मिल रहा है। खाद्य मंत्री ने तुरंत मार्कफेड के एमडी किरण कौशल को फोन लगाकर बात की, और बताया कि धान खरीदी केंद्रों का बुरा हाल है। कैप कव्हर नहीं है। उन्होंने कर्मचारियों को 6 माह से वेतन नहीं मिलने की बात सामने आई है। एमडी ने कहा कि इसके लिए सहकारिता विभाग से चर्चा करनी होगी। खाद्य मंत्री ने कहा कि धान खराब होने के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शने की जरूरत नहीं है। तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।