मेरा बिलासपुर
भाजपा नेताओं पर शैलेष का हमला..भाजपाइयों को बोलने का अधिकार नहीं…प्रदेश को बना दिया नक्सलगढ़…बताएं झीरम काण्ड,पाठक,आईपीएस की मौत का जिम्मेदारकौन


बिलासपुर.-हिस्ट्रीशीटर पूर्व जिला कांग्रेस महामंत्री प्राणनाथ ऊर्फ संजू त्रिपाठी की हत्या के बाद भाजपा नेताओं ने कानून व्यवस्था को लेकर शासन प्रशासन पर हमला बोलाहै। भाजपा नेताओं के बयान पर शहर विधायक शैलेश पांडेय ने भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया है। शैलेष ने कहा कि ऐसे लोग ना ही बयान दे जिन्होने 15 सालों में प्रदेश को नक्सलगढ बना दिया था। क्योंकि आज भी प्रदेश की जनता आईपीएस राहुल शर्मा, पत्रकार सुशील पाठक की मौत को नहीं भूली है।
हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या मामले में भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार और पुलिस व्यवस्था पर निशाना साधा है। भाजपा नेताओं के बयान पर नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने आड़े हाथ लिया है। प्रेस नोट जारी कर शैलेष पाण्डेय ने कहा कि घड़ियाली आंसुओ को जनता अच्छी तरह जानती और समझती है। क्योंकि जनता आज भी छत्तीसगढ़ को नक्सलगढ़ बनाने वालों को भूली नहीं है।
शैलेष पाण्डेय ने कहा कि 15 साल भाजपा शासन काल में समूचा छत्तीसगढ़ नक्सलियों के गिरफ्त में था। प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी। भाजपा शासनकाल में कलेक्टर और एसपी तक सुरक्षित नहीं थे। शायद भाजपा नेता आईपीएस राहुल शर्मा और पत्रकार सुशील पाठक की हत्या मामले को भूल गए हो। लेकिन बिलासपुर और प्रदेश की जनता अभी नहीं भूली है।
जिस भाजपा की सरकार ने छत्तीसगढ़ को नक्सलगढ़ बनाया उसके नेताओं को कानून व्यवस्था पर लेक्चर देने की जरूरत नहीं है। झीरम काण्ड में एक साथ 32 कांग्रेस नेताओं की हत्या…भाजपा के शासन काल में ही अंजाम दिया गया। भाजपा राज में 15 सालो तक अपराधी बेख़ौफ़ घूम रहे थे।
कांग्रेस की सरकार बनते ही नक्सलियों को खदेड़कर छत्तीसगढ़ राज्य के कोने में पहुंचा दिया गया है। शैलेष ने कहा सुशील पाठक के हत्यारे आज भी खुले आम घूम रहे हैं। पाण्डेय ने हमलावर होते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि कलेक्टर एलेक्स पॉल मेमन का अपहरण किसके शासन काल में हुआ था। बिलासपुर के जीत टॉकीज में गार्ड ने पुलिस पर हमला कर मौत के घाट उतारा। तात्कालीन समय सरकार भाजपा की ही थी। नसबंदी हत्याकांड किसके संरक्षण में हुआ। दोषियों पर आज तक कार्यवाही नहीं हुई।
शैलेष पाण्डेय ने बताया कि भूपेश सरकार पिछले 15 सालों की बिगड़ी कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने लगातार प्रयास कर रही है। भूपेश सरकार के कार्यकाल में अपराधी राज्य के बाहर टिकट कटाने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में अपराधियों को संरक्षण देने वाले ऐसे भाजपा नेताओं को कानून व्यवस्था पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है जिन्होने छत्तीसगढञ को अपराधगढ़ बनाने का साजिश रचा है।