रामनुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)कलेक्टर विजय दयाराम के.ने महिला बाल विकास विभाग परियोजना कुसमी के तहत हुई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सहायिका के कुल 44 पदों पर की गई भर्ती प्रक्रिया को नियुक्ति निर्देश के विभिन्न कंडिकाओं में उल्लेखित विहित प्रावधान एवं मापदंडों का विधि सम्मत पालन नही करने पर पूर्ण रूप से निरस्त करते हए चयन समिति के सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।विदित है कि कार्यालय महिला बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी के विभिन्न पदों पर भर्ती हेतु अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त कर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की गई थी। कलेक्टर विजय दयाराम के. के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही भर्ती प्रक्रिया के संबंध में असंतुष्ट आवेदकों द्वारा भर्ती प्रक्रिया के जांच हेतु शिकायत प्रस्तुत किया गया था ,इसके अतिरिक्त भर्ती प्रक्रिया के संबंध में कलेक्टर जनदर्शन में भी आवेदन प्राप्त हुए थे.
जिस पर गहरी नाराजगी जताते हुए कलेक्टर विजय दयाराम के ने अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन कर परियोजना कुसमी के तहत आंगनबाडी कार्यकर्ता के 19,मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 05 तथा आंगनबाड़ी सहायिका के 20 पदों पर इस प्रकार कुल 44 पर हुई भर्ती प्रक्रिया के सूक्ष्मता से जांच कर प्रतिवेदन प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया था , जिला स्तरीय समिति से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार भर्ती प्रक्रिया दोषपूर्ण पाई गई है।
जिसपर कलेक्टर श्री दयाराम ने कड़ी करवाई करते हुए परियोजना कुसमी अंतर्गत आंगनबाड़ी के 44 पदों पर हुई भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करते हुए चयन समिति के सभी सदस्यों विकासखंड शिक्षा अधिकारी कुसमी,खंड चिकित्सा अधिकारी कुसमी,मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुसमी परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास कुसमी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिवस के भीतर स्वयं उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया है साथ जवाब सन्तोष जनक नही पाए जाने पर कड़ी करवाई करने हेतु निर्देश जारी किए गए हैं।
आला अधिकारियों के कार्यशैली पर उठे सवाल
बलरामपुर रामानुजगंज जिले में वर्षों से जमे आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। हर गड़बड़ी के पीछे इनका कहीं ना कहीं प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सहमति के बाद ही कार्य को अंजाम दिया जाता हैं औऱ जब किसी भी प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुलती है तो बड़े शान से सीना चौड़ा करते हुए जांच करने का हवाला दिया जाता है।
शिकायतकर्ता एवं जानकारों की मानें तो वर्षों से जमे अधिकारी बलरामपुर रामानुजगंज जिले को कलंकित करने में कोई कसर नहीं छोड़ा है। इतना ही नहीं जिले के हर विकासखंड में परियोजना अधिकारी भी वर्षों से जमे हुए हैं और उनके द्वारा भी कई मनमानियां करने का प्रकरण भी सामने आया है किंतु उन पर आला अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई करना तो दूर उनकी कार्यप्रणाली पर हमेशा पर्दा डालने का कार्य किया जाता है जो पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।