रायपुर । छत्तीसगढ़ के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओ के छः प्रतिनिधि संगठन एकज़ुट हो गए हैं और सरकार के वादा खिलाफी को लेकर बडी लडा़ई की तैयारी कर ली है। जिसके तहत कार्यकर्ता / सहायिका 15 अप्रेल से 22 अप्रेल के बीच अपने – अपने क्षेत्र मे कांग्रेसी विधायकों के निवास का घेराव कर अपनी मांगों के लिए समर्थन मांगेंगे। उसके बाद भी मांगे पूरा नही होने पर मुख्यमंत्री के विधान सभा पाटन में 25 अप्रैल को प्रदेशिक स्तर से आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका पहुंचकर धरना रैली करेंगे ।
ज्ञातब्य है कि संयुक्त मंच के द्वारा 10 दिसम्बर से लेकर 16 दिसम्बर 2021 तक रायपुर मे हडताल की गई थी । 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री से भी भेट हुई थी । लेकिन चुनावी वायदा पूरा नही किया गया।मानदेय मे वृध्दि नहीं की गई । इसके साथ ही वर्तमान मे हर कार्य को मोबाईल और नेट से करने का अब्यवहारिक दबाव आये दिन बनाया जा रहा है । समय पर मानदेय भी जमा नही किया जा रहा है । जिससे संघ ने कार्य बहिष्कार भी शुरू कर दिया है ।
समस्याओं से घिरे प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओं ने अब लामबंद होकर संयुक्त मंच के माध्यम से लड़ाई की योजना बना ली है ।
उक्त जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका संघ के संयुक्त मंच के नेता सर्व सरिता पाठक, रूक्मणी सज्जन ,जयश्री राजपूत,कल्पना, हेमा भारती,पार्वती यादव ने संयुक्त रूप से दी । साथ ही यह भी जानकारी दी गई की संयुक्त मंच द्वारा प्रदेश के और छोटे बड़े सभी संगठनों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है और भी संगठन को इस लड़ाई मे आमंत्रित किया जा रहा है । इस हेतु 27 मार्च को रायपुर मे एक बैठक सभी संघ के प्रान्ताध्यक्ष /जिलाध्यक्षो की बैठक पं.सखा राम दुबे स्कूल परिसर मे 12.30बजे आयोजित की जा रही है । जिसमे सभी को आमंत्रीत किया गया है और इस हड़ताल को कामयाब करने के साथ ही साथ आगामी अनिश्चितकालिन और दिल्ली जाने के कार्यक्रम को भी अतिम रूप दिया जायेगा।
संयुक्त मंच और छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका संघ के जिलाध्यक्ष/परियोजना अध्यक्ष द्वारा सभी कार्यकर्त्ता सहायिकाओ से अपील की गई है कि संयुक्त मंच द्वारा निर्धारित सभी कार्यक्रमो को सफल बनाये और अपनी एकता का परिचय देवें ।