बिलासपुर— सरकन्डा पुलिस ने स्काई अस्पताल के डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया है। पुलिस ने खुलासा किया कि लगातार दबाव के कारण आरोपी प्रदीप अग्रवाल को एअरपोर्ट पर छोड़कर भागने में कामयाब हुए हैं। जल्द ही घटनाक्रम में शामिल सभी आरोपियों को धरदबोचा जाएगा। पुलिस के अनुसार घटना को पूर्व में स्काई अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर एवं टेक्नीशियन समेत अन्य साथियों ने मिलकर अंजाम दिया है।
एडिश्नल एसपी निमेष बरैया ने खुलासा किया कि 19 सितंबर 21 की रात्रि करीब 10 बजकर 40 मिनट में स्काई अस्पताल का मैनेजर राकेश गर्ग थाना सरकंडा पहुंचा। मैनेजर ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि स्काई हॉस्पिटल के डायरेक्टर सूर्या विहार निवासी प्रदीप अग्रवाल 19 सितंबर 21 की शाम करीब 4-5 बजे के बीच कार क्रमांक सीजी 10 AJ 1606 में बिना बताए कहीं चले गए।
रात्रि करीब 7:00 बजे एक अज्ञात व्यक्ति प्रदीप अग्रवाल वाहन कार में आया। चेक बुक को अस्पताल के स्टाफ से मांगकर ले गया। लेकिन प्रदीप अग्रवाल वापस नहीं आया। इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। मैनेजर की शिकायत पर गुमशुदा इंसान का रिपोर्ट दर्ज किया गया।
मा्मले की जानकारी थाना प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी ने घटना की जानकारी को आलाधिकारियों के संज्ञान में लाया। पुलिस कप्तान दीपक कुमार झा ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश कश्यप ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेष बरैया को टीम गठन कर मामले को गंभीरता से लेने को कहा।
सरकंडा पुलिस और साइबर सेल की मदद से तलाशी अभियान चलाया गया। टीम ने अस्पताल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला। अस्पताल के अधिकारी कर्मचारियों से भी पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान व्यवसाय और लेनदेन संबंधी विवाद की जानकारी मिली।
पूर्व में अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर शैलेंद्र मसीह डॉक्टर मोहम्मद आरिफ और टेक्नीशियन फिरोज खान के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर प्रदीप अग्रवाल के साथ विवाद हुआ। मोहम्मद आरिफ और फिरोज खान मूलरूप से मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। सारी जानकारी को पुलिस कप्तान को दी गयी। पुलिस कप्तान ने तत्काल टीम को संभावित स्थल मुरादाबाद उत्तर प्रदेश रवाना किया।
निमेष बरैया ने बताया कि छापामारी कार्यवाही के दौरान जानकारी मिली कि संदेहियों ने घबराहट में 20 सितंबर कि रात्रि करीब 12 बजे प्रदीप अग्रवाल को दिल्ली एयरपोर्ट में छोड़कर भाग गए। प्रदीप अग्रवाल ने अपने घरवालों और बिलासपुर पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस निगरानी में प्रदीप अग्रवाल को आज सुबह रायपुर एयरपोर्ट लाया गया। पुलिस और उसके परिजन प्रदीप अग्रवाल को साथ लेकर बिलासपुर आए।
पुलिस पूछताछ में प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि 19 सितंबर की शाम को श्हॉस्पिटल से अपने निजी कार्य से राजकिशोर नगर स्थित सैलून गया था। सैलून से लौटते समय डॉक्टर शैलेंद्र मशीह ,डॉक्टर आरिफ और टेक्नीशियन फिरोज और उनके दो साथी रिजवान, आरिफ ने मिलकर डरा धमका कर गाड़ी में बैठाया।
गाड़ी से मौपका बाईपास होते हुए रतनपुर लाया गया। सभी ने जान से मारने की धमकी दी । साथ ही मारापीटा भी। इसी दौरान लोगों के दबाव में स्टाफ को फोन करा कर चेक देने के लिए बात कराया गया। गाड़ी में बैठा कर मुरादाबाद लेकर गए। वहां पैसे की मांग करते रहे। इसी बीच पुलिस के सक्रिय हो जाने पर 16 नग चेक और इकरारनामा स्टांप के अलावा कोरे कागज में हस्ताक्षर कराया। रात में आरोपी छोड़कर भाग गए। प्रदीप अग्रवाल को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लेिया गया। रायपुर के रास्ते बिलासपुर लाया गया।
निमेष बरैया ने बताया कि पुलिस आरोपियों के ठिकाने तक पहुंच चुकी है। जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।