बिलासपुर…एनएसयूआई छात्र संगठन ने प्रदेश सोहेल खालिद की अगुवाई में आफलाइन सीबीएससी परीक्षा आयोजन का विरोध किया है। युवा संगठन नेता ने सैकड़ों लोगों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर बताया कि स्कूलों में कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसी सूरत में यदि बिलासपुर के स्कूलों में भी राजनांदगांव की तरह कोरोना मरीज मिल जाएं तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने प्रदेश सचिव सोहेल खालिक की अगुवाई में कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान युवा नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। साथ ही आफलाइन परीक्षा आयोजन का विरोध किया।
सोहेल खालिक ने बताया कि प्रशासन के आदेश पर सीबीएससी स्कूलों में परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। निर्देश के अनुसार कक्षा एक से 8 वीं तक की वार्षिक परीक्षा आनलाइन लिया जा रहा है। जबकि 9 वीं से 12 वी तक की परीक्षाएं आफलाइन हो रही है। शहर में कुछ ऐसे भी स्कूल हैं जहां परीक्षाएं आनलाइन ली जा रही हैं। दोहरे मापदण्ड को लेकर छात्राओं और अभिभावकों में गहरा आक्रोश है।
छात्र नेताओं ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन के अनुसार किसी भी स्कूल प्रबंधन को परीक्षा आयोजन से पहले मा्मले की जानकारी को बच्चों के अलावा अभिभावकों को देना होगा। लेकिन बिलासपुर में किसी भी स्कूल में गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
सोहेल ने जिला प्रशासन को जानकारी में लाया कि पिछले दिनों राज्य में पीएससी की परीक्षाएं हुई। इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का पालन शिद्दत के साथ किया गया। एक कमरे मैें केवल 12 ही लड़कों को बैठाया गया। लेकिन सीबीएससी आफलाइन परीक्षा के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं किया जा रहा है।
यह जानते हुए भी कि दो दिन पहले राजनांदगांव स्थित एक स्कूल में 24 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए। इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि ऐसा बिलासपुर में नहीं होगा।
छात्र नेताओं ने कहा कि जिला प्रशासन से निवेदन है कि बच्चों की परीक्षाएं आनलाइन ली जा्ए।