सोसायटी प्रबंधक का कारनामा,फर्जीवाड़ा कर.. बर्खास्त कर्मचारी का निकाला डेढ़ लाख वेतन.. रजिस्ट्रार ने कहा..प्रबंधक पर लगे आरोपों की करेंगे जांच

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— जिले में अपनी गतिवधियों के लिए विख्यात सेवा सहकारी समिति चिल्हाटी प्रबंधक ने फिर नया कारनामा कर दिखाया है। करीब डेढ़ साल पहले बर्खास्त कर्मचारी का वेतन आहरण करते हुए सोसायटी को लाखों रूपयों का चूना लगाया है। मजेदार बात है कि मामले की जानकारी जिला सहकारी संस्थाएं को भी नहीं है। यद्यपि डीआर ने कहा कि मामले में लगाए गए आरोपों की जांच करेंगे। संबधित व्यक्ति को पहले भी एक अन्य मामले में भर्ती प्रक्रिया के दौरान गड़बड़ी को लोकर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

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                              लोहर्सी सोसायटी की ब्रांच चिल्हाटी सेवा सहकारी संस्थान में भर्ती और फर्जीवाड़ा कर सहकारिता प्रबंधन को लाखों रूपये आहरण किए जाने का मामला सामने आया है। इसके अलावा प्रबंधन के खिलाफ भर्ती के दौरान भाई भतीजावाद समेत लेन देन का आरोपों की शिकायत डीआर तक पहुंची है।

                 हमेशा नाकारात्मक गतिविधियों को लेकर कुख्यात चिल्हाटी सहकारी समिति से एक बार फिर नया कारनामा सामने आया है। हासिल दस्तावेज के अनुसार समिति प्रबंधक झाड़ूराम वर्मा ने फर्जीवाड़ा कर शासन को करीब डेढ लाख रूपयों का फटका दिया है।

बर्खास्त कर्मचारी का निकाला वेतन

                       हासिल दस्तावेजों के अनुसार चिल्हाटी सोसायटी करीब डेढ़ साल पहले चौकीदार कार्तिकराम केवट को एक शिकायत पर स्थानीय सहकारी समिति ने बर्खास्त किया। इसी क्रम में मौका देख चौका लगाने में माहिर समिति प्रबंधक झाड़ूराम वर्मा ने बड़ा खेल किया है। हासिल दस्तावेज के अनुसार झाडूराम वर्मा ने फर्जीवाड़ा कर बर्खास्त चौकीदार कार्तिकराम केवट का करीब डेढ़ साल का वैेतन आहरण किया है। यह जानते हुए भी कार्तिकराम अब सोसायटी का कर्मचारी नहीं है। बावजूद इसके करीब डेढ़ लाख रूपये फर्जीवाडा कर समिति प्रबंधक ने बैंक से आहरण किया है। 

                          मामले में डीआर  ने बताया कि फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं है। बहरहाल हम मामले की जांच करेंगे। रिपोर्ट पेश होने के बाद उचित कार्रवाई भी करेंगे।

सोसायटी को बनाया परिवार की सम्पत्ति

                  जानकारी देते चलें कि चिल्हाटी सोसायटी और प्रबंधक झाडूराम वर्मा को फर्जीवाड़ा से गहरा नाता रहा है। चिल्हाटी समिति में ऊपर से नीचे तक वर्मा बन्धुओं का कब्जा है। जिला सहकारी संस्थाएं कार्यालय में झाडूराम वर्मा की अच्छी पकड़ है। खुद समिति का प्रभारी प्रबंधक है। अपने रसूख का प्रयोग कर झाड़ूराम ने अपने एक छोटे भाई को कम्प्यूटर आपरेटर बनाया है। जबकि दूसरे छोटे भाई को सोसायटी में सेल्समैन के पद पर नियुक्त किया है।

डीआर से शिकायत.खिलाड़ी निकला प्रबंधक

                इस बात को लेकर समिति के कुछ सदस्यों ने डीआर से लिखित शिकायत भी दर्ज कराया है। बावजूद इसके अभी तक जांच ठंडे बस्ते में है। जानकारी मिल रही है कि झाड़ूराम ने अकूत मेहनत कर शिकायत को वापस भी करवा लिया है।

भर्ती और फर्जीवाड़ा की करेंगे जांच

                 जिला सहकारी संस्थाएं प्रमुख डीआर  ने बताया कि नि्युक्तियों को लेकर शिकायत मिली है। हमने जांच का आदेश भी दिया है। जल्द ही जिम्मेदार अधिकारी रिपोर्ट पेश करेंगे। इसके अलावा बर्खास्त कर्मचारी का वेतन आहरण मामले का भी पता लगाएंगे। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई भी करेंगे। 

                 डीआर के अनुसार भर्ती में गड़बड़ी पाए जाने पर किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। 

धान खरीदी में शिकायत..प्रभार से हटाया गया

                   बताते चलें कि धान खरीदी के दौरान झाड़ूराम ने जमकर गड़बडियों को अंजाम दिया। शिकायत के बाद मस्तूरी एसडीएम पंकज डाहिरे की अगुवाई में जांच कार्रवाई हुई।  दोषी पाए जाने पर झाड़ूराम वर्मा को तत्काल प्रभाव से प्रभार की जिम्मेदारी से हटा दिया गया।

              ताज्जुब की बात है कि धान खरीदी खत्म होते ही दोषी झाड़़ूराम को दुबारा चिल्हाटी की जिम्मेदारी दी गयी। आते ही उन्होने डेढ़ लाख रूपयों का फर्जीवाड़ा कर अपनी आदतों को जाहिर कर दिया है।

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