नारायणपुर। सोमवार को नारायणपुर में दो गुटों के बीच विवाद और तनाव को लेकर प्रशासन ने बयान जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि एक सामाजिक बैठक के बाद भीड़ एक प्रार्थना स्थल को क्षति पहुंचाने की कोशिश में आगे बढ़ रही थी । जिसे रोकने के लिए समझाइश दी गई। इसी बीच उपद्रवी तत्वों द्वारा ने पथराव और तोड़फोड़ शुरू किया । जिससे एसपी सहित कुछ लोग जख्मी हुए हैं। मामले में आगे की कार्यवाही की जा रही है और अब स्थिति नियंत्रण में है। सभी संवेदनशील हिस्सों में पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि जिला नारायणपुर अंतर्गत एक सामाजिक बैठक रखी गयी थी, जिसमें प्रमुख नेतृत्वकर्ता रूपसाय सलाम, नारायण मरकाम, श्यामा पोटाई, राजूराम दुरंगा, रामप्रसाद, अंकित नंदी एवं लगभग 2 हजार की संख्या में लोग एकत्रित होकर सामाजिक विषयों पर चर्चा की जा रही थी।
बैठक के पश्चात भीड़ द्वारा अलग-अलग समुह में बंटकर लाठी-डण्डा लेकर समुदाय विशेष के प्रार्थना स्थल (जो स्कूल परिसर में स्थित है) को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से शहर की ओर बढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस एवं प्रशासन की टीम द्वारा भीड़ को नियंत्रण करने के उद्देश्य से समझाईश दी जा रही थी, जिसे नजर अंदाज करते हुए भीड़ में उपस्थित कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा तोड़फोड़, पथराव करने के साथ-साथ दूयूटी में तैनात सुरक्षा बल के ऊपर भी हमला करने शुरू कर दिया गया।
उक्त घटनाक्रम में पुलिस अधीक्षक नारायणपुर एवं 5-6 पुलिस जवानों को भी चोट आयी है। प्राथमिक ईलाज के पश्चात सभी घायल पुलिस अधिकारी एवं जवानों की स्थिति वर्तमान में सामान्य है। परिस्थिति को नियंत्रण करने हेतु अतिरिक्त दल लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि सामाजिक बैठक के पूर्व में नेतृत्वकर्ताओं के साथ कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक नारायणपुर द्वारा बैठक की जाकर शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु समझाईश की गयी थी।
सम्पूर्ण घटनाक्रम के संवेग में कोतवाली नारायणपुर में मुलाहिजा एवं प्राथमिक उपचार पश्चात प्रथम सूचना पत्र दर्ज की जाकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। घटना स्थल पर आई0जी0 बस्तर, डी०आई०जी० कांकेर एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, सभी संवेदनशील क्षेत्र में बल तैनात किया गया है।