स्पेशल कोर्ट ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव और कारोबारी की रिमांड बढ़ाई

Shri Mi
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छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ के कथित शराब घोटाले के मास्टरमाइंड इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारी व आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुण पति (एपी) त्रिपाठी और शराब व होटल कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू ढिल्लन अभी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के कब्जे में ही रहेंगे.

स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत ने त्रिपाठी की तीन और ढिल्लन की दो दिन की ईडी की रिमांड मंजूर कर दी है. इससे पहले दोनों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया.

ईडी की ओर से आगे की जांच और पूछताछ के लिए दोनों आरोपियों को रिमांड पर देने की मांग की गई. दोनों आरोपियों की ओर से वकील ने इसका विरोध किया. हालांकि कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद रिमांड मंजूर कर दी है.

बता दें कि एक दिन पहले ही ईडी ने कथित शराब घोटाले में संलिप्तता के आरोप में आईएएस अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी, अरविंद सिंह, विकास अग्रवाल आदि की करीब 121.87 करोड़ की संपत्ति अटैच की है.

ईडी की ओर से जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है, उसके मुताबिक आईएएस टुटेजा की 14 संपत्तियां हैं, जिसकी कीमत 8.83 करोड़ बताई गई है. इसी तरह अनवर ढेबर की 69 संपत्तियां अटैच की गई हैं.

इन संपत्तियों की कीमत 98.78 करोड़ बताई गई हैं. ईडी ने अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर राजधानी रायपुर स्थित वेलिंगटन होटल की तस्वीर भी जारी की है. इसी तरह विकास अग्रवाल की 1.54 करोड़ कीमत की तीन और अरविंद सिंह की 11.35 करोड़ कीमत की 32 संपत्तियां अटैच की गई हैं.

अरुण पति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ कीमत की एक संपत्ति अटैच की गई है. अब तक 180 करोड़ की संपत्तियां अटैच की जा चुकी है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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