बिलासपुर–भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में माफिया राज का बोलबाला है। चुनौती देते हुए कहा कि यदि सरकार में दम है तो दस्तावेज दिखाएं..उन्होने वारदाना की मांग कब किया था। हमने इस मामले में बहुत पहले ही सीएम को पत्र लिखा था। विष्णुदेव साय ने सरकार पर कमीशनखोरी का भी आरोप लगाया। बताया कि हमारे यहां सीएम और टिकट का फैसला समिति और केन्द्रीय नेतृत्व करता है। उन्होने कहा कि नन्दकुमार साय को मुख्यमंत्री बनने से किसी ने नहीं रोका। पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है।
एक दिनी पार्टी प्रवास पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नन्दकुमार बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होने पत्रकारों से बातचीत की। नन्दकुमार साय ने कहा कि चुनाव अभी दो साल बाकी है। पार्टी हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहती है। किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। इसका फैसला चुनाव के पहले हो जाएगा। प्रदेश प्रभारी कहती है कि इस बार नए चेहरों को मौका दिया जाएगा के सवाल पर साय ने बताया..इसका भी फैसला चुनाव समिति करेगी।
प्रदेश में माफियाराज
प्रदेश सरकार के कामकाज के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कांग्रेस की कथनी और करनी में बहुत अन्तर है। तीन साल बीत चुके हैं..चुनौती देता हूं कि 36 में से एक भी वादा उन्होने पूरा किया हो। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। मां बहनों की इज्जत दाव पर है। माफियों का बोलबाला है।
सरकार को चुनौती..दिखाएं दस्तावेज
कांग्रेस का आरोप है कि संसद में बारदाना को लेकर सांसदों ने समर्थन नहीं किया। साय ने बताया कि पिछली बार भी बारदाना की किल्लत थी। किसान अधिक कीमत में खरीदकर धान बेचा है। चुनौती पेश करते साय ने कहा कि यदि सरकार ने बारदाना के लिए पत्र लिखा या राशि जमा किया है तो दस्तावेजों को सार्वजनिक करें। जबकि सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि बारदाना की व्यवस्था करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।क्या सरकार की व्यवस्था में भाजपा अडंगाबाजी की राजनीति कर रही है। साय ने इंकार करते हुए कहा कि हरगिज नहीं। बल्कि हम व्यवस्था को दुरूस्त करने की बात कह रहे हैं।
इत्तेफाक से बनी सरकार
आखिर बारदाना की व्यवस्था में कमी कहा हैं। साय ने बताया कि दरअसल इत्तफाक से कांग्रेस सरकार में आयी है। इन्हें पता है कि अब नहीं आने वाले है। इसलिए जमकर कमीशनखोरी हो रही है। लूट पाट के अलावा सरकार का कोई दूसरा काम नहीं है।
विकास पार्टी का मुद्दा..धर्मान्तरण समस्या
सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की पटरी से उतरकर क्या धर्मान्तरण को मुद्दा बनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि विकास सबका हो रहा है। प्रदेश के अधिकारी ही कह रहे हैं कि धर्मान्तरण किया जा रहा है। यह छत्तीसगढ़ के हित में नहीं है।
नहीं हुई अनदेखी
एक सवाल के जवाब में विष्णु देव ने बताया कि नन्दकुमार को किसी ने मुख्यमत्री बनने से नहीं रोका है। साय ने पचास साल से राजनीति कर रहे हैं। पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। मुख्यमंत्री का फैसला केन्द्रीय नेतृत्व तय करता है। नन्दकुमार की कभी अनदेखी नहीं की गयी है। खुद के मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर साय ने कहा कि वह बहुत छोटे कार्यकर्ता है।
किसान खून के आंंसू
क्या भाजपा अपने चुनावी पत्र में धान की कीमत 2500 करेगी। साय ने बताया चुनाव जब आएगा..उस समय फैसला होगा। फिलहाल राज्य सरकार की गलत नीतियों से किसान खून के आंसू रो रहे हैं।