Sachin Pilot पर प्रदेश प्रभारी रंधावा का सख्त रुख, यात्रा की टाइमिंग को बताया…

Chief Editor
3 Min Read

राजस्थान में कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई खत्म तो नहीं हो रही उल्टा बीच सड़क पर जारी है। कांग्रेस नेता Sachin Pilot अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर डटे हुए हैं।

Join Our WhatsApp Group Join Now

उधर कांग्रेस ने भी पार्टी के अनुशासन से पूरी तरह अनकंट्रोल होते जा रहे सचिन पायलट पर निशाना भी साधा और इशारों में चेतावनी दे डाली है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंघावा ने सीधा संदेश देते हुए कहा दिया कि अतीत में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं का प्रदर्शन कैसा था, यह भूलना नहीं चाहिए, जयपुर में रंधावा बोले कि जो कांग्रेस छोड़ते हैं , उनका क्या हाल होता है सब जानते हैं।

जयपुर पहुंचे सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी को बाहर नहीं निकालती, खास कर जो पुराने नेता हैं। लेकिन सबको पता है कि कांग्रेस छोड़ने के बाद नेताओं का क्या हाल हुआ।

उन्होंने सचिन पायलट की यात्रा पर भी खुलकर बोला, रंधावा ने कहा कि सचिन पायलट को यात्रा तो करनी चाहिए थी लेकिन उनकी यात्रा की टाइमिंग सही नहीं थी। कर्नाटक चुनाव के समय उनका यह कदम ठीक नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि सचिन पायलट को अपनी प्रॉब्लम पार्टी फोरम पर उठानी चाहिए थी।

रंधावा यहां केंद्र सरकार पर भी बरसे और कहा कि जो सरकार 7 साल तक 2 हजार का नोट नहीं चला पाई, वो यह सवाल करती है कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया। राजस्थान कांग्रेस में चल रही आपसी खींचतान पर रंधावा ने कहा कि राजनीति में न कोई स्थाई शत्रु होता है और न ही स्थाई दोस्त।

बीजेपी द्वारा यह फैलाया जा रहा है कि कांग्रेस में एकता नहीं है। कांग्रेस काम नहीं कर रही और उसके नेताओं में मतभेद हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की बात करती है लेकिन हमने दक्षिण भारत को बीजेपी से मुक्त कर दिया है, अब उत्तर भारत की बारी है।

सचिन पायलट ने निकाली थी यात्रा

बता दें कि हाल ही में सचिन पायलट ने अपनी 5 दिवसीय जनसंघर्ष यात्रा का समापन किया था। उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग कर पुनर्गठन करने, सरकारी परीक्षा पेपर लीक से प्रभावित छात्रों को मुआवजा देने और परीक्षा आयोजित कराने समेत 3 मांगें सरकार के समक्ष रखी थीं। वहीं सचिन पायलट वसुंधरा सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी उठा रहे हैं।

close