कटनी-मध्यप्रदेश में ‘शराबबंदी’ को लेकर चल रही बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे राज्य काे ‘नशामुक्त’ बनाना चाहते हैं, लेकिन यह ‘दारुबंदी’ से संभव नहीं होगा।श्री चौहान ने कटनी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘पीने वाले’ रहेंगे, तो दारू तो कहीं से भी आती रहेगी। इधर से भी आएगी। उधर से भी आएगी।श्री चाैहान ने लोगों से सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि वे नशामुक्त प्रदेश चाहते हैं और इसके लिए प्रयास भी करना चाहते हैं। लेकिन ये दारुबंदी से ही नहीं होगा। पीने वाले रहेंगे तो दारु आती रहेगी। इसलिए हम नशामुक्ति अभियान चलाएंगे, ताकि लोग पीना ही छोड़ें। और अपने प्रदेश को हम अच्छा प्रदेश बनाएं। इसके लिए भी लोगों के सहयोग की आवश्यकता है।
इसके साथ ही उन्होंने लोगों को संकल्प दिलाया कि वे नशा नहीं करेंगे।श्री चौहान ने कहा कि नशामुक्ति का आशय यह है कि पहले ‘मैं नहीं पीयूंगा’ का संकल्प लोग लें। इसके बाद बाकी लोगों को भी मनाएंगे।पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता उमा भारती ने हाल ही में शराबबंदी का अभियान शुरु करने की बात कही है। सुश्री भारती के बयान का कांग्रेस के अनेक नेताओं ने समर्थन किया है।