प्रदेश के आंदोलनरत स्वास्थ्य कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का समर्थन मिल गया है। हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर निलंबन, बर्खास्तगी की कार्रवाई के विरोध में फेडरेशन ने सोमवार 4 सितंबर को जिला व ब्लॉक मुख्यालयों में प्रदर्शन का ऐलान किया है।
छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी फेडरेशन के बैनर पर वेतन विसंगति सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी 21 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। राज्य शासन ने हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। बस्तर में करीब 600 हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
वहीं कई जिलों में हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। शासन की कार्रवाई से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
रविवार को हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का समर्थन मिल गया। फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, राजेश चटर्जी, चंद्रशेखर तिवारी ने एक बयान जारी कर आंदोलनरत स्वास्थ्य कर्मचारियों पर निलंबन, बर्खास्त की कार्रवाई कोलोकतंत्र की हत्या करार दिया।
फेडरेशन के अनुसार 4 सितंबर से स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कार्रवाई का विरोध शुरू होगा। प्रदेश के सभी जिला व ब्लॉक मुख्यालयों में फेडरेशन द्वारा कलेक्टर, एसडीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। फेडरेशन ने चेतावनी दी है कि दमनकारी कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो प्रदेशव्यापी अनशन होगा।