सुकमा।जिले में महिला स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने और उनको आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने में जिला प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा सफलता के नए आयाम हासिल किए जा रहे हैं। शबरी मार्ट के उद्घाटन के दो दिन के पश्चात ही हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा उत्पाद क्रय किए गए थे। इसी तारतम्य में बुधवार को कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने अरण्य प्रसंस्करण सहकारी समिति द्वारा निर्मित इमली चस्का को देश भर में बिक्री के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सुकमा जिले में निर्मित इमली चटनी ‘‘इमली चस्का’’ को देश भर में पसंद किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था ट्राइबल कॉपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ट्राईफेड) ने ‘‘ट्राइबल इंडिया ई मार्केट प्लेस’’ के अन्तर्गत छत्तीसगढ़ से एकमात्र सुकमा जिले के इमली चस्का उत्पाद को लॉन्च किया था।
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देश भर के 16 शहरों में होगी बिक्री
अरण्या प्रसंस्करण सहकारी समिति के प्रबंधक ने बताया कि इमली चस्का को देश भर में पसंद किया जा रहा है। पहले भी दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों से ऑर्डर मिल चुके हैं, किन्तु यह पहली बार है कि एक साथ इतनी बड़ी खेप देश भर के लिए सुकमा से भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि 6 क्विंटल इमली चस्का देश के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, जयपुर, कोलकाता, चेन्नई, ओडिशा, सिक्किम, उत्तराखंड सहित 16 जगहों के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे लगभग 65 हजार रुपए की आर्थिक आय होगी। वहीं प्रदेश में कोरबा, बेमेतरा और रायपुर जिलों में भी इमली चस्का भेजे जाएंगे।
समिति की अध्यक्ष श्रीमती सोमारी कश्यप ने बताया कि शबरी मार्ट से महिला स्व-सहायता समूहों को लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि इमली चटनी के उत्पादन के साथ ही समिति कि महिलाओं द्वारा मसाले, दोना पत्तल, आचार, फिनायल सहित अन्य उत्पाद भी बनाए जाते हैं जिनकी अच्छी खासी मांग रहती है। उन्होंने बताया कि समिति के सभी 21 सदस्य इतने बड़ी मात्रा में इमली चस्का का निर्यात पूरे देश भर में होने से बहुत खुश हैं।