बिलासपुर— शिक्षा गुणवत्ता सुधार के मद्देनजर शासन ने सभी शिक्षकों को टीचर एप से जुड़ने को कहा है। टीचर एप के माध्यम से बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों की मानिटरिंग होगी। 20 सितम्बर तक बिलासपुर समेत राज्य के सभी स्कूल और शिक्षकों को टीचर एप से जुड़ना था। बावजूद इसके जिले से मात्र तीन प्रतिशत शिक्षकों ने टीचर एप में पंजीयन कराया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी ब्लाक और संकुल समन्यकों को पंजीयन कराने को कहा है। आदेश नहीं मानने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी धमकी दी है।
राज्य शासन के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी और समन्वकों को टीचर एप को लेकर सख्त निर्देश दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने निर्देश दिया है कि पूर्व में राज्य शासन की मंशा के अनुसार सभी शिक्षोंको को 20 सितम्बर तक टीचर एप में पंजीकृ होने को कहा गया था। बावजूद इसके अाज तक केवल तीन प्रतिशत शिक्षक और 24 प्रतिशत संकुल शैक्षिक समन्वयकों का ही पंजीयन हुआ है।
जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा गुणवत्ता अभियान को प्रभावी तरीके से लागू करने को लेकर शासन तकनिकी पहलुओं पर लगातार फोकस है। बेहतर अध्ययन और बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धि को बढ़ाने में आधुनिक तकनीकियों का सहारा लिया जा रहा है। परिणाम भी बेहतर देखने को मिल रहा है। प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रमों में भी तकनीकि को प्राथमिकता दी गयी है।
राज्य परियोजना कार्यालय का निर्देश है कि सभी शिक्षक और संकुल समन्वयक अनिवार्य रूप से टीचर एप में पंजीयन कराएं। बावजूद इसके अभी तक मात्र तीन प्रतिशत शिक्षक और 24 प्रतिशत संकुल समन्वयकों ने ही पंजीयन कराया है। सभी को दुबारा पत्र लिखकर एप में पंजीकृत होने को कहा गया है। जो इसे गंभीरता से नहीं लेगा…उसके खिलाफ गंभीर एक्शन लिया जाएगा।