सहायक शिक्षकों की मांगों के साथ है टीचर्स एसोसिएशन. एसोशिएशन 28 अक्टूबर के आंदोलन को नि:शर्त समर्थन देगा।मिली जानकारी अनुसार सप्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में 10 अगस्त 2017 को अगस्त क्रांति के तहत रायपुर में महाधरना देकर सबसे पहले राजस्थान मॉडल का मुद्दा सामने रखते हुए क्रमोन्नति तथा व्याख्याता व शिक्षक के वेतन अंतर की तरह शिक्षक व सहायक शिक्षक के वेतन में अंतर रखते हुए समानुपातिक वेतन का मांग शासन के समक्ष रखा गया था। 5 अप्रैल 2019 को प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के नेतृत्व में तत्कालीन प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी जी से (क्रमोन्नति, वेतन विसंगति व 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारण करने की मांग) का चर्चा के बाद 6 अप्रैल को रिवाइज एल पी सी का आदेश हुआ था.
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने तथ्यात्मक पक्ष रखते हुए उच्च स्तर क्रमोन्नति हेतु निम्न तथ्य शासन के समक्ष प्रस्तुत किया है। वित्त विभाग के आदेश अनुसार एक विभाग से दूसरे विभाग में संविलियन होने पर पूर्व सेवा की गणना का प्रावधान है।शिक्षकीय सेवा के आधार पर पूर्व सेवा की गणना किया जावे।जब निम्न की सेवा से उच्च पद पर वेतन निर्धारण निम्न पद सेवा आधार पर किया जा रहा है तो पंचायत संवर्ग के सेवा की गणना संविलियन के बाद भी किया जावे। जनघोषणापत्र में उल्लेख है कि एक ही पद पर 10 वर्ष की सेवा पर क्रमोन्नति दिया जाएगा, अतः उच्चतर क्रमोन्नति आदेश जारी किया जावे।
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन का मांग जारी है।छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन द्वारा 28 अक्टूबर को उपरोक्त मांगो को लेकर रायपुर में आयोजित धरना व रैली को छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन द्वारा निःशर्त समर्थन दिया जाता है।