भोपाल।मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. कोरोना संक्रमण से पिछले दो महीनों में राज्य के 700 से ज्यादा शिक्षकों की मौत हो चुकी है. इस दौरान लगभग 2845 शिक्षक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. शिक्षकों में इस बात को लेकर रोष है कि सरकार उन्हें कोरोना योद्धा मानने के लिए तैयार नहीं है. अब शिक्षकों ने तय किया है कि वो खुद को कोरोना योद्धा घोषित कराने के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाएंगे.हमारे व्हाट्सएप न्यूज़ ग्रुप से जुड़े व रहे खबरों से अपडेट
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता और जिला अध्यक्ष सुभाष सक्सेना ने कहा कि मैं सीएम शिवराज सिंह चौहान और स्कूल शिक्षा विभाग से अपील करता हूं कि शिक्षकों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाए. साथ ही शिक्षकों को कोरोना कल्याण योद्धा योजना में शामिल किया जाना चाहिए और 50 लाख की आर्थिक मदद दी जानी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने मांग कि है कि शिक्षकों के इलाज का खर्च भी सरकार को उठाना चाहिए.
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सोशल मीडिया कैंपेन की दी चेतावनी
कोरोना से मरने वालें शिक्षकों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जानी चाहिए. सक्सेना ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार उनकी ये मांग नहीं मानती है तो इसके लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया जाएगा. शिक्षक संगठनों का कहना है कि राज्य में शिक्षक लगातार ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. शिक्षकों को आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है इससे उनकी स्थिति खराब होती जा रही है. सभी शिक्षक कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रहे है.
सरकार करे शिक्षकों की मदद
इसके अलावा मरीजों को मिल रही दवाओं की स्थिति का मैनेजमेंट भी कर रहे हैं. इसी के साथ शिक्षक कोरोना वायरस को लेकर भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इस स्थिति में सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए. वहीं मध्य प्रदेश की स्थिति में थोड़ा सुधार आया है. अब मध्य प्रदेश कोरोना के मामले में 11 से 13 वें स्थान पर आ गया है. कोर ग्रुप की बैठक में कोरोना के मामलों में कमी की बात सामने आई थी. इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे.