बाल संरक्षण आयोग के चैयमैन ने कहा..भूल सबसे होती है..उसे भूलकर आगे बढ़ें..अच्छा इंसान बनकर दिखाए..कहा..मामले में जिम्मेदार पर होगी कार्रवाई

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम बिलासपुर प्रवास पर पहुंची। नूतन चौक स्थित बाल संप्रेक्षण गृह और कुदुण्ड  स्थित  सेवा भारती मातृछाया का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों और कर्मचारियों से मुलाकात कर उत्साहित किया। साथ ही मौजूद सुविधाओं का जायजा भी लिया।
           बिलासपुर प्रवास के दौरान बाल संरक्षण आयोग की चैयरमैन तेजकुंवर नेताम सबसे पहले कुदुण्ड स्थित सेवा भारती मातृछाया का भ्रमण किया। इस दौारन उन्होने अनाथ बच्चों के साथ संवाद किया। इस दौरान बच्चों ने किसी प्रकार की समस्या नहीं होने की बात कही। तेजकुंवर नेताम ने भी सेवाभावी महिलाओं एवं कर्मचारियों की जमकर तारीफ की। उन्होने कहा सेवा के मूल्य का आकलन संभव नहीं है।मातृछाया के सेवादारों की जितनी तारीफ की जाए कम है। इस अवसर पर बाल संरक्षण आयोग की सदस्य पूजा सतनाम सिंह खनूजा, पुष्पा पाटले, आशा संतोष यादव, सोनल कुमार गुप्ता एवं आगस्टिन बनार्ड भी उपस्थित थीं।
               जानकारी देते चलें कि मातृछाया महिला एवं बाल विकास विभाग से अनुदान प्राप्त संस्था  है। यहां 6 साल तक के निराश्रित बच्चों की देख-भाल की जाती है। इस समय संस्था में कुल 23 बच्चों का पालन पोषण किया जा रहा है।  संस्था प्रमुख  शान्तनु उपाध्यक्ष और सचिव रोहित भांगे ने अध्यक्ष  को संस्था के काम-काज को लेकर विस्तार से जानकारी को साझा किया। इस दौरान आने वाल परेशआनियों का भी जिक्र किया। पदाधिकारियों ने बताया कि साल 2004 में संस्था का गठन किया गया। अब तक 314 बच्चों को विधिक प्रक्रिया के तहत गोद लिया गया है। 
           अधिकारियों और आयोग के सदस्यों के साथ चैयरमैन नेताम नूतन चौक स्थित बाल संप्रेक्षण का भी भ्रमण किया। उन्होंने नाबालिग बच्चों से मुलाकात के साथ संस्था में दी जारही सुविधियो को लेकर सवाल जवाब किया। की। उसक् पहल् संस्था के बच्चों ने सामूहिक भजन से अध्यक्ष एवं सदस्यों का स्वागत किया।
              नेताम ने बच्चों को समझाया। भूल सबसे होती है..इसलिए आप लोगों से भी हुई। हमें भूल से हमेशा सीख मिलती है। उत्तेजना में अपराध हो जाता। हमें गलतियों से दूर रहना हैं। जो हुआ..उसे भूलकर आगे बढ़ना है। बाल संप्रेक्षण गृह अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान में 35 बच्चे रहते हैं।
              अधीक्षक से बातचीत के दौरान नेताम ने दो सप्ताह पहले दो बच्चों के दीवार फांदकर भागने की घटना को काफी गंभीरता से लिया। उन्होने इसके लिए जिम्मेदारी तय करने को कहा। नेताम ने बताया कि दोषी के खिलाफ उचित कदम उठाया जाएगा। 
           इस अवसर पर सिरगिट्टी के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सतनाम सिंह खनूजा, जिला कार्यक्रम अधिकारी सूर्यकान्त गुप्ता, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी नेहा राठिया समेत विभागीय अधिकारी कर्मचारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
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