भावर गणेश मूर्ति चोरी का पांचवा आरोपी भी गिरफ्तार..आरोपी को अतुल को भेजा गया जेल..पांचों ने मिलकर दिया था अंजाम

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—मस्तुरी पुलिस को ग्राम पाली स्थित ऐतिहासिक मूर्ति भावर गणेश की चोरी के पांचवे और फरार आरोपी को पकड़ने में सफलता मिली है। पुलिस ने आरोपी को आईपीसी की धारा 458,397, 120 (बी) के तहत गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया है। बताते चलें कि मूर्ति चोरी मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस पहले ही जेल दाखिल करवा चूकी है।
मस्तुरी थाना के ग्राम पाली में भावर गणेश मंदिर नदी किनारे स्थित है। मंदिर में भावर गणेश की प्राचीन कालीन मूर्ति स्थापित है। मंदिर की देख रेख और पूजा पाठ  गांव का ही महेश राम केवट करता है। 25 अगस्त 22 को महेश केवट हमेशा की तरह रात्रि करीब 9.30 बजे खाना खाकर मंदिर से 50 कदम स्थित दक्षिण पश्चिम में बने सामुदायिक भवन में जमीन पर अकेले सो रहा था। रात्रि करीब 1-2 के बीच  चार अज्ञात नकाबपोश ब्यक्ति सामुदायिक भवन के पास आये । और दो व्यक्ति सामुदायिक भवन का दरवाजा खोलकर अन्दर दाखिल हुए। दोनो ने पुजारी महेश राम केवट को पकड़ मारा पीटा। एक आरोपी ने कट्टा महेश केवट के सिर पर अड़ा दिया। मंदिर का चाबी को छीन कर श्री भावर गणेश मंदिर का ताला खोला। मंदिर अन्दर स्थित  प्राचीन कालीन भावर गणेश जी की मूर्ति को आरोपी फरार हो गए।
 जानकारी के बाद मस्तुरी थाना में आईपीसी की धारा 458,397 का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया। छानबीन के बाद आरोपी युवराज टण्डन, मोहताब सुमन उर्फ राजा, निशांत कुमार घोष उर्फ सचिन, सुमीर राय से कड़ाई के साथ पूछताछ की गयी। चारो आरोपियों ने बताया कि अन्य  साथी अतुल भार्गव के साथ मिलकर भावर गणेश मंदिर में लूट को अंजाम दिया है। आरोपियों की निशानदेही पर भावर गणेश की मूर्ति को बरामद किया गया। साथ ही औजार भी बरामद किया गया। चारो को फिर न्यायालय के हवाले कर पांचवे आरोपी की पतासाजी शुरू की गयी। 
फरार आरोपी अतुल भार्गव को 31 जनवनरी 23 को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कराया गया। आरोपी अतुल भार्गव निवासी टिकारी को धर पकड़ करने में थाना प्रभारी मस्तुरी श्री प्रकाश कांत तथा थाना मस्तुरी के सउनि० हेमन्त पाटले, आरक्षक शिवधन बंजारे, सुखदेव माण्ड्रे, रामस्नेही साहू का सराहनीय योगदान रहा।
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