मेयर ने बताया कोरोना को घातक.. सभापति ने किया आगाह..चर्चा में बोले कमिश्नर..सावधानी हटी..दुर्घटना घटी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- एक निजी प्रतिष्ठान में कोरोना से बचने के उपाय और सावधानी को लेकर कांग्रेस नेता फारूक की अगुवाई में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  मच से कोरोना गिरफ्त से आजाद हुए सभापति, कमिश्नर और मेयर ने  अनुभवों को साझा किया। मेयर ने जहां कोरोना तो बहुत घातक बताया..तो सभापति ने इसे चुनौती के रूप में लेते हुए फाइट करने की बात कही। कमिश्नर ने कोरोना के लक्षणों और उपाय की जानकारी देने के साथ ही अपने अनुभवों को साझा किया। कमिश्नर ने बताया कि सावधानी ही कोरोना से बचने का एक मात्र और सबसे बेहतर तरीका है। 

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                    कांग्रेस ने फारूक ऊर्फ बंटी की अगुवाई में सामाजिक गतिविधियों से जुड़ी टीम ने एक निजी प्रतिष्ठान में कोरोना संक्रमण,सुरक्षा और बचने के उपाय को लेकर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। मंच से कोरोना की पीडा से बाहर निकले मेयर रामशरण यादव, निगम सभापति शेख नजरूद्दीन और कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने अनुभवों को बारीकी के साथ एक एक कर साझा किया।

                          कार्यक्रम का संचालन फारूक ऊर्फ बन्टी ने किया। सभापति ने शेख नजरूद्दीन ने बताया कि सामान्य सभा के पहले उनकी तबीयत खराब थी। हमेशा की तरह इस बार भी उन्होने खासी बुखार और हरारत को हल्के में लिया। सामान्य सभा के बाद अचानक तबीयत बिगड़ी और खुद को कोरोना पाजीटिव पाया गया । सभापति ने कहा कि सच तो यह है कि हमने कोरोना को इतनी गंभीरता से कभी नहीं लिया। जिसका परिणाम आज पूरे देश, प्रदेश के साथ बिलासपुर की जनता के सामने है। नजरूरद्दीन ने कोरोना काल में पत्रकारों के योगदान की जमकर सराहना की। उन्होने कहा कि इसे हमेशा दिल में संजोकर रखूंगा।

                  कमिश्नर ने बताया कि उन्हें जैसा कि बताया गया कि कोरोना के लक्षण ऐसे कुछ होते हैं। सही बात तो यह है कि बताए गए लक्षणों में ज्यादातर का अनुभव उनके साथ नहीं हुआ। टेस्ट कराने पर जानकारी मिली कि कोरोना पाजीटिव हूं। डर गया..क्योंकि उनका छोटा सा बेटा हमेशा उनके साथ सोने से लेकर खानापीन करता है। सुखद लेकिन आश्चर्य बेटा कोरोना पाजीटिव नहीं पाया गया। परिवार के दूसरे सदस्य पाजीटिव पाए गए। मां को बीपी सुगर की शिकायत थी..लेकिन उन्होने इसका डटकर सामना किया। समय पर इलाज होने से मां ठीक हो गयी। इस दौरान उन्होने होम क्वारंटीन रहकर अपने आप को मेडिकल टीम की निगरानी में ठीक किया।

                    प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि कोरोना घातक नहीं हो सकता..यदि हम थोड़ा भी असहज महसूस होते ही टेस्ट करवा लें। लेकिन हम ऐसा करते नहीं। तब तक बहुत देर हो जाती है। यही कारण है कि देश में मौत का आंकड़ा बढ़ा है। सुगर बीपी जैसे रोगियों के लिए कोरोना बहुत घातक है। उन्हें भी डर था..क्योंकि मां को बीपी की शिकायत थी। लेकिन उन्होने बहादुरी के साथ कोरोना का सामना किया। और सबसे पहले ठीक हुई। पाण्डेय ने जानकारी दी कि जिन्होने मास्क,सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेचाइजर के निर्देशों का पालन किया उनमें कोरोना संक्रमण की संभावना कम देखी गयी है। जिसका इम्मयून पावर अच्छा है..उन्हें कोरोना छू नहीं सकता है। जैसे की उनके बच्चे के साथ हुआ।

                  मेयर ने बताया कि कोरोना का हमने बहादुरी के साथ सामना किया है। और कर भी रहे हैं। हमारी लापरवाही से ही कोरोना को बढ़ावा मिला है। हमें इस दौर में एक एक कर सभी जिम्मेदारियों को पूरा करना है। लेकिन सावधानी के साथ…निर्देशों का पालन करते हुए। मेयर ने कोरोना काल के दौरान आम जनता, छात्र और यात्रियों की परेशानियों को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि सबने मिलजुलकर महामारी का सामना किया है। केवल शासन के भरोसे समस्या को काबू नहीं किया जा सकता था। हम सबने मिलकर कोरोना को नियंत्रित किया है। लेकिन सावधान.. कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए हमारी जंग आज भी जारी है।

                    तीनों अतिथियों ने फारूक समेत उत्कर्ष टीम को साधुवाद दिया। मेयर,सभापति और कमिश्नर ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम निरंतर जारी रहना चाहिए। पत्रकारों को तीन अतिथियों ने बधाई दी। प्रेस क्लब अध्यक्ष को सम्मानित भी किया।

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