Bilaspur-नए कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा-सभी कर्मचारी जनता के सेवक,अधिकारियों को काम करना होगा..जमीन उड़ने का सवाल नहीं?जनता की सेवा करने आया

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—नए कलेक्टर सौरव कुमार ने पदभार लेने के दूसरे दिन मंथन सभागार में पत्रकारों से रूपरू हुए। बातचीत के दौरान सौऱभ कुमार ने बताया कि हम सभी कर्मचारी अधिकारी जनता के नौकर हैं। हमारी तनख्वाह जनता के टैक्स बनती है। हम सेवा करने आए हैं। फिर अधिकारियों को तो काम करना ही होगा। हमने नहीं सुनी जमीन उड़़ती है..राजस्व रिकार्ड के अनुसार ही जमीन का निर्धारण होगा। हम दर्शन करने या देने नहीं..बल्कि प्राथमिकता जनता की समस्या को दूर करना है। जब भी कार्यालय में रहूंगा..कोई भी मिल सकता है। और पत्रकारों से उम्मीद है कि समस्याओं की जानकारी देते रहेंगे।
काफी बदल गया बिलासपुर
            एक दिन पहले यानि  सोमवार को पदभार ग्रहण करने के बाद नए कलेक्टर सौरभ कुमार ने मंथन सभागार में पत्रकारों से संवाद किया। इस दौरान उन्हों कहा कि बिलासपुर काफी बदल गया है। कार्यभार लेने के बाद शहर का भ्रमण किया। अभी बहुत कुछ भाग रह गया। भ्रमण के दौरान राजकिशोर नगर में लाइट व्यवस्था को देखा। जरूरी निर्देश भी दिया। सौरभ कुमार ने बताया कि 2009 में आईएएस बना दंतेवाड़ा रायपुर में कलेक्टर की जिम्मेदारी मिली। आज आपके सामने हूं।
कहूंगा नहीं..सिर्फ करूंगा
       आप बिलासपुर में निगम आयुक्त रहे..रायपुर में कलेक्टर की जिम्मेदारी का निर्वहन किया। क्या अधूरा छोड़कर गए और क्या रायपुर से नया लेकर बिलासपुर के लिए आए। बिलासपुर के विकास को लेकर आपकी क्या सोच है। कलेक्टर ने कहा..कुछ कहूंगा तो अच्छा नहीं होगा। क्या नया करना चाहता हूं..क्या अधूरा छोड़कर गया..इस पर कुछ बताने से अच्छा है कि काम किया जाए। सरकार की फ्लैगशिप योजना का सफल क्रियान्यवयन करना हमारी जिम्मेदारी है। कुछ बोलूंगा तो ज्यादा होगा। बेहतर है कुछ करूं..यही हमारी प्राथमिकता होगी।
जमीन उडती है…?
            बिलासपुर में जमीन उड़ती है के सवाल पर सौरभ कुमार ने कहा कि ऐसा पहली बार सुन रहा हूं। लेकिन राजस्व रिकार्ड में जहां जमीन है वही रहेगी। उडने का सवाल ही नहीं है। राजस्व का अपना रिकार्ड है। कोई कुछ भी कर ले..दस साल बाद भी गलती पकड़ा ही जाएगी। राजस्व विभाग में कई चेक पाइंट हैं। यदि कोई निर्णय से खुश नहीं है..तो उपर स्तर पर पहुंचकर शिकायत करता है। मतलब राजस्व में एक स्थान फायनल नहीं होता है। कई स्थान पर अपील किया जा सकता है।
  कोर्ट का आदेश मानना होगा         
          कई गांव नक्शा से गायब है..रिकार्ड ही नहीं है। सवाल के जवाब में कलेक्टर ने कहा कि संज्ञान लाया गया है। इसकी जांच कराएंगे..नक्शा ना सही..कही तो रिकार्ड होगा ही। जांच कराएंगे। सीपत स्थित उर्तुम में सरकारी जमीन का अतिक्रमण और हाईकोर्ट आदेश नहीं माने के सवाल कहा कि माननीय कोर्ट के आदेश को मानना ही होगा। प्रकरण का निराकरण करेंगे।
काला अक्षरो में लिखा है स्मार्ट सिटी के बारे में
                    स्मार्टि सिटी के सवाल पर कलेक्टर ने कहा कि बात रायपुर या बिलासपुर की नहीं बल्कि सम्पूर्ण देश के लिए स्मार्ट सिटी को लेकर एक ही नियम है। उसका पालन किया जा रहा है। हमने रायपुर में कुछ क्षेत्र जोड़ने के लिए केन्द्र से पत्राचार भी किया है। लेकिन स्पष्ट है कि शहर के कुछ भाग को ही स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करना है। इतना पैसा हो ही नहीं सकता कि एक साल सारे शहर के वार्डों को स्मार्ट सिटी के दायरे में लाया जाए। यद्यपि यह सच है कि उसके तर्ज पर शहर के बाकी भागों का विकास समय पर निश्चित है। सौरभ कुमार ने यह भी बताया कि पुराने कलेक्टर ने पर्याप्त फण्ड जिला के लिए  लाया है। उस फण्ड को समुचित विकास पर खर्च किया जाएगा।
अतिक्रमण को हटाया जाएगा
                 सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के सवाल पर कलेक्टर ने बताया कि सरकारी या चारागाह जमीन पर अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होने कहा कि जमीन को छुड़ाया जाएगा। साथ ही प्रश्न के अनुसार सरकार के निर्देश पर स्थान के अनुसार आवारा मवेशियों को गौठान में रखा जाएगा।
हम जनता के नौकर..अधिकारियों को सुनना होगा
              जनदर्शन की प्रक्रिया इन दिनो बन्द है। कलेक्टर ने सवाल के जवाब में कहा कि यह शब्द मुझे ठीक नहीं लगता है। क्योंकि दर्शन देने या लेने का सवाल ही नहीं उठता है। हम सेवक हैं..हमारा देश में मजबूत लोकतंत्र है। हमारा वेतन जनता के टैक्स से बनता है। दरअसल हम नौकर हैं। अधिकारी और कर्मचारियों को जनता की सेवा करना है। कलेक्टर कार्यालय में हूं तो आवेदन व्यक्तिगत तौर पर लूंगा। उन्होने बताया कि कोई फरियादी नहीं है। बल्कि लोग समस्या लेकर आते हैं। समस्या को सुलझाना हमारी जिम्मेदारी है।
कानून व्यवस्था पर होगी चर्चा
                 एक अन्य सवाल के जवाब में कलेक्टर ने बताया कि समय पर काम..समास्या का समाधान हमारा काम है। कानून व्यवस्था और बार का देर रात खुलना शहर की बड़ी समस्या है। सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि पुलिस कप्तान से कानून व्यवस्था को लेकर बातचीत करेंगे। देर रात शराब बार खुलना अनुचित है। उन्हें नियमों और निर्देशों का पालन करना होगा। यातायात व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त बनाया जाएगा। 
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