CG NEWS : ख़बर चुनावी है – कुदुदण्ड वार्ड उपचुनाव : भाजपाइयों में नया जोश भर गया जीत का जश्न

CG NEWS : ( ( (गिरिज़ेय ) बिलासपुर के कुदुदंड मोहल्ले में गुरुवार को जब एक विजय जुलूस निकला… और कमल निशान के झंडे लहराते हुए जोश खरोश से बीजेपी के लोग आगे बढ़ते दिखाई दिए तो यह लंबे अरसे के बाद बिलासपुर शहर में बीजेपी के लिए जीत के जश्न का मौका था। पार्टी ने बिलासपुर नगर निगम के बड़े वार्डों में से एक वार्ड नंबर 16 विष्णु नगर में पार्षद का चुनाव जीता । पार्टी की उम्मीदवार श्रद्धा जैन ने कांग्रेस की अनीता कश्यप को 233 वोट से हराया। जाहिर सी बात है कि इस जीत ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल और उनकी टीम के अँदर नया जोश भर दिया है। यह इस जीत को कांग्रेस की उल्टी गिनती की शुरुआत और सेमीफाइनल में बीजेपी की जीत बता रहे अमर अग्रवाल समर्थक इसे इसी साल (2023 ) में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत का संकेत भी मान रहे हैं। साथ ही बिलासपुर नगर निगम में कांग्रेस की टीम के कामकाज़ को लेकर भी इस चुनाव में सवाल खड़े कर दिए हैं।
कुदुदण्ड वार्ड चुनाव में जीत के साथ ही बीजेपी को एक अर्से के बाद विजय जुलूस निकालने का मौका मिला है। दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बिलासपुर सीट में हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उसके बाद से बीजेपी बिलासपुर शहर की राजनीति के हिसाब से कोई ऐसी जीत हासिल नहीं कर सकी थी। शहर की राजनीति में नगर निगम की अहमियत को देखते हुए बीजेपी ने इस बार कुदुदण्ड चुनाव के लिए त़गड़ी रणनीति बनाई थी। कुदुदंड वार्ड का चुनाव वहां की पार्षद के निधन के बाद खाली हुई जगह को पूरा करने के लिए कराया गया । इसमें बीजेपी ने पूर्व पार्षद के परिवार से ही श्रद्धा जैन को अपना उम्मीदवार बनाया। कांग्रेस की ओर से अनीता कश्यप मुकाबले में थी। पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अपने भरोसेमंद अमरजीत सिंह दुआ को चुनाव का प्रभारी बनाया था। इसके साथ ही उनकी पूरी टीम भी चुनाव मैदान में उतरी थी। अमर अग्रवाल ने खुद भी चुनाव अभियान के दौरान वार्ड का दौरा किया था। वे रैली में भी शामिल हुए और जनसंपर्क अभियान में भी उनकी हिस्सेदारी रही।
इसी दौरान अमर अग्रवाल ने बिलासपुर शहर में विकास खोजो मुहिम शुरू की थी। जिसके जरिए शहर के लोगों को यह एहसास कराना था कि 2018 के बाद शहर में विकास के कोई काम नहीं हुए हैं और हालत यह है कि विकास खोजने से भी नहीं मिल रहा है। अमर अग्रवाल कई वार्डों में गए। राजनीति के जानकारों का मानना है कि अमर अग्रवाल की इस मुहिम के दौरान और उसके बाद शहर में एक चुनावी मुकाबला हुआ और यह मानने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि अमर अग्रवाल की इस मुहिम का कुदुदंड में भी असर हुआ है। अमर अग्रवाल और उनकी टीम शहर में कानून व्यवस्था पर सवाल भी उठाती रही है। चुनाव के नतीजे को सामने रखकर माना जा सकता है कि ऐसे मुद्दों का असर हुआ है।कुदुदण्ड वार्ड का उपचुनाव इसी साल कराया गया है, जब विधानसभा चुनाव के लिए साल भर से कम समय बचा है। जाहिर सी बात है कि ऐसे में छत्तीसगढ़ में सरकार चला रही कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य रहा है कि उपचुनाव में जीत हासिल कर वह लोगों को यह संदेश दे कि छत्तीसगढ़ के आम लोग सरकार और नगर निगम के कामकाज से खुश हैं। इस मुद्दे को लेकर शहर विधायक शैलेश पांडे, महापौर रामचरण यादव, कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडे ,प्रमोद नायक ,पूर्व महापौर राजेश पांडेसहित कांग्रेस की भी टीम वार्ड में सक्रिय रही है । नतीजे कांग्रेस के पक्ष में नहीं आए । इसे विधानसभा चुनाव के लिहाज से कांग्रेस के लिए चिंताजनक माना जा सकता है।
हालांकि एक दलील यह भी सामने आई है कि बीजेपी उम्मीदवार को सहानुभूति लहर का फायदा मिला। इस वार्ड से वैसे भी भाजपा के उम्मीदवार जीतते रहे हैं। लेकिन दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि अगर सहानुभूति की लहर होती तो जीत का अंतर काफी होता। लोग याद करते हैं कि भाजपा उम्मीदवार श्रद्धा जैन और उनका परिवार वार्ड में हमेशा से लोगों के लिए मददगार रहा है। लोग यह भी याद करते हैं कि कोरोना काल में किस तरह इस परिवार ने जरूरतमंदों तक खाना मुहैया कराने के लिए जी जान से मेहनत की थी और जोखिम उठाकर भी लोगों की मदद की थी। इससे लगता है कि बीजेपी ने एक बेहतर रणनीति के तहत चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। नतीजे से बीजेपी का हौसला निश्चित रूप से बढ़ा है।
पूर्व महापौर किशोर राय कहते हैं कि इस वार्ड में कुदुदंड वार्ड में भाजपा की जीत का संदेश है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। कांग्रेस के लोगों ने पूरी ताकत झोंकी और सत्ता का भी उपयोग किया । फिर भी अगर चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है तो इसका मतलब समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी ने जो मुद्दे आगे किए उनका व्यापक असर हुआ है । तभी जनता ने भाजपा के प्रति विश्वास व्यक्त किया है। यह सिलसिला आगे भी चलता रहेगा। क्योंकि जब भी विधानसभा के चुनाव होंगे तब यही मुद्दे जनता के सामने होंगे। वार्ड नंबर 16 के चुनाव में बीजेपी की ओर से प्रभारी बनाए गए अमरजीत सिंह दुआ कहते हैं कि हमने सेमीफाइनल में जीत हासिल कर लिया है। इसका साफ संकेत है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत हासिल होगी और वह सरकार बनाएगी । उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल का मार्गदर्शन, उनकी रणनीति के अनुसार कुदुदण्ड वार्ड और शहर के कार्यकर्ताओं ने पूरी मेहनत की। साथ ही भाजपा प्रत्याशी श्रद्धा जैन की पारिवारिक पृष्ठभूमि और लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहना भी भाजपा की जीत का आधार बना है । गौरतलब है कि कुदुदंड वार्ड से जीत हासिल करने वाली श्रद्धा जैन युवा है और उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की है ।वे चार्टर्ड अकाउंटेंट की तैयारी भी कर रही है। अकाउंट्स ( हिसाब – क़िताब़ ) की दुनिया में कदम रखने की तैयारी कर रही श्रद्धा जैन ने बीजेपी को चुनावी नजरिए से एक अच्छे हिसाब- किताब के लिए अवसर मुहैया करा दिया है। जिसकी झलक कुदुदंड वार्ड में बीजेपी की जीत के जश्न में नजर आ रही थी।।