पुलिस कप्तान ने कहा..जांच में सच आएगा सामने..कार्रवाई से बचने बना रही दबाव..CEO ने कहा..सोनल ने 15 अगस्त कार्यक्रम में किया था हंगामा

BHASKAR MISHRA
7 Min Read

बिलासपुर—रायगढ़ एसपी सन्तोष कुमार सिंह पर महिला इंजीनियर सोनल जैन ने  मारपीट और प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामले में एसपी रायगढ़ के खिलाफ बिलासपुर रेंज आईजी रतन लाल डांगी को राज्य मानव अधिकार आयोग और गृह मंत्रालय ने जांच का आदेश दिया है। वहीं अब जानकारी मिल रही है कि महिला का विवाद से पुराना नाता है। निलंबन से बचने पुलिस पर दबाव बना रही है। 

.

                   रायगढ़ पुलिस कप्तान और इंजीनियर सोनल जैन विवाद मामले में जांच पूरी हो चुकी है। जांच के दौरान मामला सामने आ रहा है कि महिला ने डीजीपी से लेकर गृहमंत्रालय तक संतोष कुमार ही नहीं बल्कि कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार समेत कई लोगों के खिलाफ  मारपीट और प्रताड़ना की शिकायत की है। 

                 जानकारी देते चलें कि रायगढ़ विधायक  प्रतिनिधि अरुण शर्मा पर महिला सहायक अभियंता सोनल जैन ने अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत महिला अधिकारी ने उच्चाधिकारियों समेत पुलिस थाना में की है। सोनल जैन के अनुसार विधायक प्रतिनिधि अरुण शर्मा के खिलाफ पहले तो पुलिस मामला दर्ज करने से बचती रही। बाद में पत्राचार और मीडिया दबाव में अरुण शर्मा के खिलाफ  पुलिस को छेड़छाड़ का अपराध दर्ज करना पड़ा।

           महिला इंजीनियर के अनुसार अरुण शर्मा के खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ मामले में धारा 164 के तहत बयान के लिए न्यायालय में पेश होने को कहा गया। लेकिन अरुण शर्मा के गुर्गों ने न्यायालय में उपस्थित होने से रोकने,गाली गलौच और मारपीट किया है।

                     सोनल ने बताया कि अरुण शर्मा की गिरफ्तारी की मांग और अपनी सुरक्षा की गुहार लगाने 15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल मुख्यतिथि संसदीय सचिव श्रीमति रश्मि सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन देने गयी थी। इसी दौरान विधायक के आदेश पर गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा गया।
 
  विवादों से पुराना नाता      
         
                        मामले में पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि महिला को स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बाधा पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सोनल की गिरफ्तारी एसडीएम और तहसीदार के आदेश पर धारा 151 के तहत किया गया है। प्रशासन के आदेश को तामिल करना पुलिस का काम है। पुलिस ने वही किया। 
  
                     संतोष कुमार ने कहा कि महिला के खिलाफ पहले भी कई मामलों में शिकायत दर्ज है। एक साल पहले महिला और एक व्यक्ति के बीच विवाद हो चुका है। मामले में चालान भी काटा गया है।  इसके अलावा सोनल पर एससी एटी एक्ट के तहत अपराध भी दर्ज है। चूंकि मामला जांच में है..इसलिए अभी कोई कार्रवाई नहीें हुई है।। महिला पर विभागयी जांच भी चल रही है। महिला पर आरोप है कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में जानबूझकर बिघ्न डाला है। यह भी जांच के दायरे में है। 
         
                संतोष कुमार ने बताया कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान सोनल ने जानबूझकर हंगामा किया। यद्यपि सो नल का कहना है कि शिकायत करने आयी थी। लेकिन तरीका उसका सही नहीं था। इस दौरान उसे रोकने और समझाने का प्रयास किया गया। निंयत्रित नहीं होने की सूरत में एसडीएम आदेश के बाद महिला को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 20 अगस्त को महिला जेल से बाहर आयी। चूंकि पुलिस ने आदेश का पालन किया..इसलिए महिला ने एसपी के खिलाफ शिकायत की। 
         
               संतोष कुमार ने जानकारी दी कि महिला का विवादों से पुराना नाता है। मामले में उसने गृहमंत्रालय तक पत्र लिखा है। जांच भी हो चुकी है। इसी तरह मानवाधिकारी आयोग और डीजीपी से भी शिकायत की है। जल्द ही असलियत भी सामने आ जाएगी। 
 
प्रशासनिक अधिकारी जेल प्रहरी पर प्रताड़ना का आरोप    
            
            संतोष कुमार ने कहा कि पुलिस और जेल दोनों अलग विभाग है। महिला ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि जेल प्रहरी ने उसके साथ मारपीट की है। पुलिस कप्तान ने जेल भेजा है। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने गिरफ्तारी का आदेश दिया है। तहसीलदार ने गिरफ्तारी में मदद किया है। इस तरह उसने पुरे सिस्टम के खिलाफ शिकायत की है। 
        
                     यह जानते हुए भी प्रशासन का आदेश मानना पुलिस का काम है। पुलिस वही काम कर रही है। चूंकि महिला ने शिकायत में मेरा भी नाम लिया है। 
 
                                     विधायक प्रतिनिधि के खिालाफ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। मामला कोर्ट में है। इसमें पुलिस की कोई भूमिका नहीं है।  कोर्ट के आदेश का पालन करना पुलिस का काम है। बावजूद इसके दबाव बनाने के लिए महिला लगातार शिकायत कर रही है।
 
गरिमा के खिलाफ उठाया कदम
 
             जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋचा चौधरी ने बताया कि सोनल जैन की विभागीय जांच चल रही है। उन्होने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में हंगामा किया। ऐसा किया जाना गरिमा के खिलाफ है। मामले में जांच पड़ताल की कार्रवाई हो रही है। उन्हें इस दौरान निलंबन पर रखा गया है।
 
दबाव बनाने की रणनीति
                 
                  मामले में पंचायत विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि सोनल जैन दबाव की रणनीति पर काम करती हैं। स्वतंत्रता दिवस पर किए गए हंगामे की पुनरावृत्ति उन्होने गणतंत्र दिवस पर भी किया। ताकि विभागीय कार्रवाई से बचते हुए निलबन की सजा से बाहर निकल सके। पर दाग लगा है। अब इस मामले पर क्या कार्यवाही होती है इसपर सभी की निगाहें टिकी हुई है।
TAGGED: , , ,
close