डंपर में फंसे युवक ने गिड़गिड़ाया…मुझे जिंदा निकालो…आरक्षक और ड्रायवर ने 4 घंटे किया रेस्क्यू…और मन्नू को मिली नई जिन्दगी

BHASKAR MISHRA
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तखतपुर  (टेकचंद कारड़ा)—राजनांदगांव से झारखंड मुर्गी दाना लेकर जा रहा डंपर 709 अचानक अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिर गया। हादसा इनता भयंकर था कि डम्पर में फंसकर झारखंड निवासी एक युवक की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। करीब पांच घंटा तक चल रेस्क्यू अभियान 112 आरक्षक नीलकमल राजपूत और चालक वीरेंद्र मनहर ने मिलकर किया। और एक युवक को समय रहते जिंदा बचा भी लिया।
पुलिस जनकारी के अनुसार बीती रात्रि 24 मई को झारखंड निवासी महेंद्र सिंह और मन्नू मांझी राजनंदगांव से डम्बर से मुर्गी दाना लेकर झारखंड जा रहे थे। रात्रि करीब 2 बजे पुलिस को जानकारी मिली कि तखतपुर थाना क्षेत्र ग्राम खमरिया स्थित बिलासपुर तखतपुर मुख्य मार्ग में एक वाहन अनियंत्रित होकर गड्ढे में घुस गया है। 
जानकारी मिलते ही 112 की टीम मौके के लिए रवाना हुई।  टीम ने मौके पर पाया कि डंपर वाहन गड्ढे में बुरी तरह से फंसा है। डम्पर में सवार महेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो चुकी है। जबकि मनु मांझी का एक पैर डंपर के नीचे फंसा है।और किसी भी सूरत में मन्नू को बचाना है।
 112 को देखते ही डम्पर में फंसा युवक बार-बार जान की दुहाई देने लगा। गिड़गिड़ते हुए जान की भीख मांगने लगा। बार बार बर दुहराता रहा कि उसे जीवित निकालो। इस दौरान 112 का आरक्षक नीलकमल राजपूत डम्पर फंसे युवक को हिम्मत दिया। और कहा कि साहस रखो…हिम्मत नहीं हारना है। 
व्यवस्थानुसार आरक्षक और चालक ने एक्सीवेटर और गैस कटर के सहयोग से रात्रि करीब 2 बजे से रेस्क्यू शुरू किया। और दोनो सदस्यों ने करीब चार घंटे की मेहनत कर सुबह 6 बजे तक अभियान को सफल बना दिया। मांझी के साहस और टीम के अथक प्रयास से मन्नू को घायल अवस्था में डम्पर से जीवित निकाला गया। तत्काल  112 के आरक्षक नीलकमल राजपूत और चालक वीरेंद्र मनहर ने  ग्रामीणों की मदद से युवक को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया। 
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