भारत में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर तय- बोले देश के वैज्ञानिक सलाहकार

Shri Mi
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दिल्ली।कोरोना वायरस की तीसरी लहर आना “तय” है। सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार ने बुधवार को ये चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के लिए वैक्सीन को अपडेट करने की भी जरूरत होगी। डॉ के विजय राघवन ने बताया, “जिस तरह से वायरस फैल रहा है, कोरोना की तीसरी लहर आना तय है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह तीसरी लहर कब आएगी। उम्मीद है कि कोरोना के मामलों में वृद्धि होगी, लेकिन हमें नई लहरों की तैयारी करनी चाहिए। वैक्सीन को अपग्रेड करना भी जरूरी है। ” विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते दुनिया भर में रिपोर्ट किए गए लगभग आधे मामले भारत से हैं। मालूम हो कि पिछले 24 घंटे में देश में COVID-19 से 3,780 मौतें दर्ज की गई हैं।

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एक साप्ताहिक रिपोर्ट में, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि भारत में वैश्विक मामलों का 46 प्रतिशत और पिछले एक सप्ताह में वैश्विक मौतों का एक चौथाई हिस्सा रिपोर्ट किया जा रहा है। बता दें कि बुधवार को भारत में कोरोना के मामलों में 3.82 लाख की वृद्धि हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चला कि कई क्षेत्रों में टेस्टिंग धीमी हो गयी है। पिछले दो हफ्तों से यह संख्या हर दिन 3 लाख से अधिक है। लोग अस्पताल बिस्तरों और ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं। जबकि मुर्दाघर और श्मशान में लाशों के ढेर लग गए हैं। बेड या ऑक्सीजन के इंतजार में कई लोग एंबुलेंस और कार पार्किंग में दम तोड़ चुके हैं।

दूसरी लहर से निपटने में नाकामी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की व्यापक रूप से आलोचना की गई है। यह इसलिए क्योंकि बीते वक्त में कई धार्मिक त्योहारों और राजनीतिक रैलियों ने “सुपर स्प्रेडर” का काम किया।बुधवार को कोविड ​​-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद, लंदन में भारत का प्रतिनिधिमंडल सेल्फ आइसोलेशन में है। विदेश मंत्री एस जयशंकर, जो लंदन में हैं, ने ट्वीट कर बताया कि वह विदेश मंत्रियों की बैठक में वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेंगे।इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने स्थानीय रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया है। साथ ही बैंकों और सुनार की दुकानों के लिए काम के घंटों को सीमित कर दिया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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