नारायणपुर जिले के सरहदी गांवो में अज्ञात बीमारी और महामारी जैसी कोई स्थिति नहीं-CMHO

Shri Mi
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There is no situation like unknown disease and epidemic in the border villages of Narayanpur district,

नारायणपुर- मीडिया में प्रकाशित खबर अज्ञात बीमारी से लोगों की मृत्यु के संदर्भ में कलेक्टर के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा गठित स्वास्थ्य अमला बीते दिनों स्थिति का जायजा लेने घने जंगलो, नदी-नालों व उबड़-खाबड़ रास्तों पगडंडियों से होकर नक्सल प्रभावित गांव पीडियाकोट, रेकावाया, डंूगा, घोट और लंका गांव पहुंचा। वहां पहुंचकर स्वास्थ्य अमले ने लोगों से वास्तविक स्थिति की जानाकरी ली और अन्य बीमारियों से पीड़ित ग्रामीणों का उपचार किया और आवश्यक दवाईयां दी। इसके अलावा विभिन्न मौसमी बीमारियांे से बचाव के उपाय सुझाये। स्वास्थ्य टीम द्वारा इन गांवों में शिविर लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया। 

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अज्ञात बीमारी से मृत्यु के संदर्भ में जानकारी लेने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले के इन गांवों में ऐसी किसी भी अज्ञात बीमारी से किसी भी ग्रामीण की मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि बीते जून माह में 4 ग्रामीणों की मृत्यु हाथ पैरों में सूजन, कमजोरी, एक सप्ताह से बीमार, अचानक मृत्यु के कारण हुई है। वहीं माह जुलाई में 2 ग्रामीणों की मृत्यु हुई, जिसमें लंबे समय से बीमार और कमजोर और बुजुर्ग होेने के कारण हुई है। एक व्यक्ति की मृत्यु अगस्त में हुई जो कि कैंसर से पीड़ित था। इसके अलावा 4 व्यक्तियों की मृत्यु सितम्बर माह में हुई है, जिनमें एक उम्रदराज होने के कारण, एक पानी में डूबने से और एक के द्वारा आत्म हत्या करने तथा एक व्यक्ति की मृत्यु निमोनिया से हुई है। 

स्वास्थ्य अमले द्वारा गांवो में पहुंचकर 110 ग्रामीणों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा गठित दल ने पीडियाकोट, रेकावाया, डंूगा, घोट और लंका गांव पहुंचकर गांवों में प्रत्येक घरों में दस्तक देकर वहां किसी भी प्रकार की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की जानकारी ली। जिन घरों में बीमार ग्रामीण पाये गये उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस दौरान 9 मलेरिया पॉजिटिव व्यक्ति भी मिले। स्वास्थ्य अमले द्वारा लगाये गये इस स्वास्थ्य शिविर में कुल 110 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमंे सर्दी-खांसी, बुखार, दस्त, सूजन, कमजोरी जैसे मरीज मिले मरीजों का स्वास्थ्य जांच करते हुए आवश्यक दवाईयां एवं स्वास्थ्य सलाह दी गई। अज्ञात बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की सूचना मिलने पर उन व्यक्तियों की जांच से पता चला कि किसी भी ग्रामीण को अज्ञात बीमारी नहीं है।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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